Joharlive Desk

रांची। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेज प्रताप का होटल कैपिटल रेसिडेंसी में रुकना मालिक और मैनेजर को महंगा साबित हुआ है। देर रात होटल के मालिक और मैनेजर दुष्यंत कुमार सामंतरे पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। सीओ प्रकाश कुमार के बयान पर दोनों को आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि अनलॉक नियमों का उल्लंघन कर होटल में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू यादव के बेटे तेजप्रताप को रखा गया। होटल में कमरा नंबर 507 में तेज प्रताप को ठहराया गया था। इसकी सूचना मिलने के बाद रांची जिला प्रशासन की टीम चुटिया थाने की पुलिस के साथ पहुंची और छापेमारी की। छापेमारी में तेज प्रताप के होटल में ठहरने की बात सत्यापित हुई। इसके बाद प्रशासन ने एफआईआर दर्ज कराई। एफआइआर में आरोप लगाया गया है कि सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर तेज प्रताप को होटल में ठहराया गया था।

50 से ज्यादा गाड़ियों का काफिला लेकर बिहार से रांची आये थे तेजप्रताप
बिहार आरजेडी में छिडे़ घमासान के बाद लालू के बुलावे पर तेज प्रताप यादव कल देर रात रांची पहुंचे। तेज प्रताप के साथ गाड़ियों का एक पूरा काफिला झारखंड पहुंचा है। इस काफिले में करीब 50 से ज्यादा गाड़ियों का काफिला था। इसे लेकर झारखंड के प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने भी सवाल उठाए हैं और कहा है कि तेज प्रताप ने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए 60 गाड़ियों के काफिले के साथ रांची पहुंचे हैं, जिसका नजारा रिम्स परिसर में भी देखने को मिला था।

सड़क जाम के कारण स्थानीय लोगों से भी हुई थी नोंक झोंक
तेजप्रताप अपने पिता लालू प्रसाद से मिलने रिम्स के डायरेक्टर बंगले में पहुंचे तो लगभग पूरा रिम्स कैंपस बिहार से आई गाड़ियों से भर गया। रोड पर लंबा जाम लग गया। यहां तक की मरीजों का आना-जाना भी दूभर हो गया था। ऐसे में एक आम आदमी जो यहां के किसी काम से आया था। अपने परिजनों से मिलने उसने इस पर जब विरोध प्रकट किया, तो राजद कार्यकर्ताओं ने खुलकर अपनी गुंडागर्दी दिखाई और उसकी गाड़ियों में तोड़फोड़ किया।

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