Joharlive Team
रांची। दिल्ली में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दो पूर्व अध्यक्ष सुखदेव भगत और प्रदीप बलमुचू का डेरा जमाए रहना और इसी बीच प्रदेश कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष रामेश्वर उरांव को आलाकमान के द्वारा दिल्ली बुलाया जाना, बड़े निर्णय की ओर इशारा कर रही है। इसके साथ ही कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को भी दिल्ली बुलाय गया है। ऐसे में विश्वसनीय सूत्रों की माने तो आलाकमान 1 साल के कामकाज से खुश नहीं है और कुछ बड़े निर्णय ले सकती है।
दरअसल, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव मंगलवार को दिल्ली रवाना हुए हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि उनसे 1 साल के कामकाज का लेखा जोखा आलाकमान लेगी. पिछले दिनों झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विधायक दल की बैठक में 1 साल के कामकाज को लेकर चर्चा की गई थी। जिसके आधार पर सरकार में शामिल चारों मंत्रियों के काम का लेखा जोखा तैयार किया गया था। ऐसे में सूत्रों के हवाले से खबर है कि आलाकमान जहां 1 साल के कामकाज से नाखुश है तो वहीं लगातार एक व्यक्ति एक पद को लेकर भी झारखंड कांग्रेस में आवाज उठती रही है।
इस बाबत भी प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव से आलाकमान जानकारी लेगी कि वह दोनों पद सही तरीके से संभाल सकते हैं या किस एक पद पर रहना चाहते हैं। इसके साथ ही कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के कामकाज की जानकारी आलाकमान ली जाएगी। इसके साथ ही चर्चा यह भी है कि बंगाल चुनाव को लेकर आलाकमान ने कुछ टास्क दिए जा सकते हैं।
पिछले दिनों प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के मारवाड़ी और बिहारी के मामले पर दिए गए बयान को लेकर भी उनसे पूछताछ हो सकती है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष के दिल्ली जाने के मामले पर झारखंड कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष का दिल्ली आना जाना लगा रहता है. इससे पहले आलमगीर आलम और बन्ना गुप्ता भी दिल्ली आलाकमान से मुलाकात करने गए थे।