जमशेदपुर: डी.बी.एम.एस कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में सत्र 2023-24 का आरंभ किया गया. इस दौरान दो दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया. प्रबंधन समिति के अध्यक्ष बी.चंद्रशेखर ने छात्रो का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता हैं और उनमें सीखने की इच्छा जीवन पर्यन्त होनी चाहिए. उन्होंने रामायण की कहानी बताते हुए कहा कि रावण राम के शत्रु थे फिर भी जब रावण अंतिम सांसे ले रहा था तो भगवान राम ने लक्ष्मण से कहा कि रावण बहुत बड़ा विद्वान है, उससे जाकर कुछ शिक्षा ले लो. लक्ष्मण रावण के सिर के पास खड़े हो गए लेकिन राम ने उन्हें घुटनो पर बैठकर रावण से ज्ञान प्राप्त करने को कहा था.
शिक्षक को सतत ज्ञानवर्धन की इच्छा होनी चाहिए
प्राचार्या डॉ. जूही समर्पिता ने डी.बी.एम.एस कॉलेज के उद्देश्य, मिशन, विजन के बारे में छात्रों को बताया. उन्होंने कहा कि भावी शिक्षक हमारे देश के नव निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इसलिए डी.बी.एम.एस कॉलेज में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है. सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन ने अपने शिक्षकों पर गर्व करते हुए कहा कि कॉलेज के शिक्षक छात्रों के साथ बहुत मेहनत करते हैं. उन्होंने कहा की प्रबंध समिति सदा सब की सहायता के लिए तत्पर रहता है. सहायक प्राध्यापिका पामेला घोष दत्ता ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रबंधन समिति के सदस्य, शिक्षक तथा गैर शैक्षणिक कर्मचारियों का परिचय पीपीटी के माध्यम से करवाया.
कायदे कानून के विषय में एक सत्र
वहीं उप-प्राचार्या डॉ. मोनिका उप्पल ने छात्रों को कॉलेज के नियम, कायदे कानून के विषय में एक सत्र लिया. कॉलेज के अल्युमनाई डॉ. कोमल एवं सुयाशा ने अपने अनुभव और अल्युमनाई की गतिविधियों को, असिस्टेंट प्रो. अर्चना कुमारी के साथ मिलकर पीपीटी के द्वारा दिखाया. निक्की सिंह ने पुस्तकालय के नियमों के बारे में बताया. मूल्य आधारित शिक्षा के विषय में डॉ. सूरीना भुल्लर सिंह ने विस्तार से चर्चा किया. सोशल साइंस और लिटेरेरी क्लब के बारे में पूनम कुमारी, इको क्लब के विषय में मौसमी दत्ता, साइंस क्लब के विषय में कंचन कुमारी और मैथ्स क्लब के बारे में गायत्री कुमारी ने बताया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अंजली गणेशन, सुदीप प्रमाणिक, अभिजीत दे, बिरेन्द्र पाण्डेय, जुलियन अंथोनी, एंजेल मुण्डा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया.
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