रांची: SSP कार्यालय में कार्यरत लिपिक (क्लर्क) को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने यह कार्रवाई एसएसपी के कचहरी स्थित कार्यालय में की है. क्लर्क दीपक कुमार, शैलेंद्र कुमार पांडे नाम के एक व्यक्ति से 5 हजार रुपये रिश्वत की डिमांड कर रहा था. जिसकी शिकायत एसीबी से पहले ही कर दी गई थी.
मामले में उचित सबूत मिलने के बाद एसीबी ने यह कार्रवाई की है. फिलहाल गिरफ्तार क्लर्क दीपक कुमार से एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम पूछताछ कर रही है. बता दें कि रांची जिला बल में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार पांडे 31 मार्च को रिटायर होने वाले हैं. शैलेन्द्र पांडे अपने पेंशन और टीए संबंधी कार्य को लेकर लगातार एसएसपी कार्यालय जा रहे थे. आरोप है कि एसएसपी कार्यालय के लिपिक दीपक उनसे इस कार्य के लिए पैसे की डिमांड कर रहा था.
मामले को लेकर शैलेन्द्र कुमार पांडे द्वारा कई बार दीपक को समझाया भी किया, लेकिन वह नहीं माना. तंग आकर सब इंस्पेक्टर ने एंटी करप्शन ब्यूरो में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवा दी. एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत आने के बाद एसीबी टीम ने मामले का सत्यापन किया. सत्यापन में यह बात सच पाई गई कि दीपक लगातार पेंशन और टीए संबंधी कामों को करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा है. जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अपना जाल बिछाया. मंगलवार को एसीबी टीम के साथ शैलेन्द्र कुमार पांडे एसीबी द्वारा दिए गए रुपये लेकर दीपक के पास पहुंचे और पैसे दे भी दिए. जैसे ही दीपक ने पैसे हाथ में लिए पास खड़े एंटी करप्शन ब्यूरो के कर्मियों ने उसे धर दबोचा. दीपक की गिरफ्तारी रांची के सीनियर एसपी के कचहरी स्थित कार्यालय से की गई है. दीपक इसी कार्यालय में क्लर्क है और जीपीएफ का प्रभारी भी है.