Joharlive Desk
नयी दिल्ली । केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) आंतरिक सुरक्षा की नयी चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और नेपाल तथा भूटान जैसे मित्र राष्ट्रों से लगती सीमाओं को उसने अभेद्य बना दिया है।
श्री शाह ने एसएसबी के 56 वें स्थापना दिवस पर यहां अपने संबोधन में कहा कि बल के मुस्तैद जवानों ने नेपाल से लगती सीमा पर इस वर्ष 56 लोगों को हिरासत में लिया जिसमें ज्यादातर पाकिस्तान और बंगलादेश के थे। उन्होंने कहा कि बल के जवानों की मुस्तैदी के कारण नेपाल और भूटान की सीमा से तीसरे देश के नागरिकों की घुसपैठ की कोशिशों को विफल किया गया है। एसएसबी ने नेपाल और भूटान की सीमा के रास्ते 380 करोड़ रूपये से अधिक कीमत के मादक पदार्थों को जब्त किया है।
गृह मंत्री ने संबोधन से पहले केन्द्रीय पुलिस बलों के उन 35 हजार जवानों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने पिछले वर्षों में मातृभूमि की रक्षा तथा कर्तव्य की वेदी पर प्राणों को न्यौच्छावर किया। इस मौके पर उन्होंने झारखंड के दुमका में नक्सलियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले एसएसबी के जवान नीरज क्षेत्री को विशेष रूप से याद किया। उन्होंने कहा कि बल के जवान शून्य से 46 डिग्री नीचे तथा 47 डिग्री के तापमान में विषम परिस्थितियों में सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं।
श्री शाह ने कहा कि इन जवानों के आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर डटे रहने और देश में शांति की स्थिति बनाये रखने के कारण ही देश प्रगति के रास्ते पर आगे बढ रहा है और दुनिया में उसका डंका बज रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार केन्द्रीय पुलिस बलों के जवानों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं लेकर आ रही है। इस तरह की व्यवस्था की जा रही है कि जवान एक वर्ष में कम से 100 दिन अपने परिवार के साथ बिता सकेंगे। उन्होंने कहा कि एसएसबी में विभिन्न पदों पर 12 हजार से अधिक भर्ती का काम जल्द ही पूरा हो जायेगा जिससे जवानों पर लंबी ड्यूटी का बोझ कम होगा।