रांची: झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि झारखंड की ब्यूरोक्रेसी में इन दिनों स्पॉयल्स सिस्टम (राजनीति और सरकार में संरक्षण प्रणाली) की काफी चर्चा हो रही है. इसपर उन्होंने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए रविवार को एक ट्विट किया. कहा “ब्यूरोक्रेसी में “स्पॉयल्स सिस्टम” एक प्रचलित शब्द है. यह एक ऐसा सिस्टम है जिसमें अधिकारियों के ट्रांसफ़र, पोस्टिंग, और दायित्व का आधार मेरिट न होकर चापलूसी, घूसख़ोरी, लॉबिंग और सिंडिकेट होता जा रहा है. हाल ही में आपकी (चंपई सोरेन) समीक्षा बैठक के दौरान, हमारे राज्य के कुछ युवा IAS/IPS अधिकारियों में इस शब्द की खूब चर्चा रही.
ईडी दफ्तर के चक्कर लगाने वाले भ्रष्ट अधिकारी दे रहे पॉलिसी पर प्रवचन
बाबूलाल ने आगे लिखा “युवा अधिकारी, जो भविष्य में झारखंड की कमान संभालेंगे, गहरी निराशा और हताशा महसूस कर रहे हैं. जो भ्रष्ट अधिकारी हर दूसरे दिन ED दफ़्तर के चक्कर लगा रहे हैं, वहीं समीक्षा बैठक में बैठकर झारखंड की पॉलिसी पर प्रवचन दे रहे हैं. जिन अधिकारियों पर सीधे भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, वे आपके अगल-बगल बैठकर यह संदेश दे रहे हैं कि भ्रष्टाचार करके ही मुख्यमंत्री का चहेता बना जा सकता है.
ईडी से ज्यादा शर्म की बात और क्या होगी
बाबूलाल ने कहा कि “इससे ज़्यादा शर्म की बात और क्या होगी कि जिन अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा आपको करनी चाहिए, वे बैठकर हमारे राज्य की समीक्षा कर रहे हैं. आपकी जानकारी के लिए, हमारे राज्य के कुछ युवा अधिकारी आपके सिस्टम से इतने त्रस्त हैं कि वे केंद्र सरकार में डेपुटेशन पर जाने की तैयारी कर रहे हैं.“