JoharLive Team
- संत जेवियर्स की रही है स्टूडेंट, सरला बिरला यूनिवर्सिटी से कर रही हैं MBA.
- 73 लड़कियों और 120 लड़कों के बीच था मुकाबला, 5 दिनों तक चला फिनाले.
रांची : मिस इंडिया एशिया के ग्रांड फिनाले में रांची की निधि गुप्ता को मिस डिज़ाइनर आइकन का खिताब दिया गया। मिस इंडिया एशिया ग्रैंड फिनाले का आयोजन दिल्ली में 24 से 29 जनवरी के बीच हुआ था। इन 5 दिनों में देशभर के 73 लड़कियां वह 120 लड़कों ने परफॉर्म किया। इसमें ब्यूटी, कम्युनिकेशन और टैलेंट के आधार पर विजेताओं का चयन किया गया। निधि गुप्ता को उनके आउटफिट और प्रेजेंटेशन के लिए सराहा गया और मिस डिजाइनर आइकन का खिताब मिला।
जोहार लाइव से विशेष बातचीत में निधि ने बताया कि वे पिछले 1 साल से मॉडलिंग कर रही हैं। इसके पहले उन्होंने रांची के मोरहाबादी में आयोजित फैशन शो में सुपरमॉडल झारखंड का खिताब जीता था, जिसके बाद मिस इंडिया एशिया उनका अगला पड़ाव रहा। मिस इंडिया एशिया का आयोजन ग्लोबल इंडिया एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन की ओर से किया गया था।
निधि ने बताया कि मुकाबला आसान नहीं था। देशभर से आए 200 मॉडल्स के बीच कंपीट करना दिलचस्प भी रहा। 5 दिनों में उन्होंने वॉक, पुल राउंड, जिम राउंड आदि क्वालीफाई करते हुए फाइनल्स में मिस डिजाइनर आइकन का खिताब जीता. वे इसके लिए अपने परिवार और भैया कृष्ण कुमार के सपोर्ट को श्रेय देती हैं।
- भरतनाट्यम और बॉलीवुड डांसिंग का है शौक, वुशु की रह चुकी है खिलाड़ी
निधि गुप्ता भरतनाट्यम डांसर है और बॉलीवुड स्टेप्स भी अच्छे से जानती हैं। मॉडलिंग और डांसिंग के अलावा निधि वूशु प्लेयर रह चुकी हैं। स्कूल के दौरान वे वूशु मैं नेशनल लेवल तक जा चुकी हैं. डांस उन्होंने रांची से ही सीखा है, वहीं भरतनाट्यम अपनी एक दोस्त से। वे पिछले 2 साल से भरतनाट्यम कर रही हैं।
निधि रांची के पास बुढ़मू से आती हैं और रांची में हॉस्टल में रहती हैं। उन्होंने अपना ग्रेजुएशन संत जेवियर्स कॉलेज रांची से पूरा किया है और इस वक्त सरला बिरला यूनिवर्सिटी से एमबीए कर रही हैं। निधि के पिता और भैया बिजनेसमैन हैं, उनकी मां गृहिणी हैं, घर मेक दीदी और छोटा भाई भी है।
- सिर्फ ग्लैमर के लिए नहीं है मॉडलिंग
मॉडलिंग में करियर देख रहे हैं युवाओं से निधि कहती हैं कि मॉडलिंग इंडस्ट्री सिर्फ ग्लैमर के लिए नहीं है। आपको अपनी लाइन चुननी पड़ती है, कड़ी मेहनत के साथ मॉडलिंग की पढ़ाई करनी होती है. सफल लोगों के वॉक को देखना होता है, उनकी परफॉर्मेंस देखनी होती है और इसके बाद ही आप आगे बढ़ पाते हैं। सिर्फ ग्लैमर के लिए इंडस्ट्री में नहीं आएं, वरना आपको निराशा हाथ लगेगी। कपड़ों और लड़कियों को लेकर समाज के सवालों पर निधि का स्पष्ट जवाब है कि हर इंसान को अपनी मर्जी से अपने प्रोफेशन चुनने की आजादी है और यदि वह इसमें कंफर्टेबल है तो किसी और को इस पर कुछ नहीं कहना चाहिए।