रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आरक्षण और स्थानीयता विधेयक पारित होने के बाद सदन में कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। इस बीच सीएम ने विपक्ष पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि आदिवासियों ने कभी घूटना टेकना नहीं सीखा। झारखंडी स्वाभिमानी होते हैं. अपने-मान सम्मान से समझौता नहीं करते हैं। इनके रिश्तेदार जब इनके लोगों को पकड़ती है, तो उसे बाइज्जत बरी किया जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की चाल हंस चुगेगा दाना और कौवा मोती खायेगा। अब ईडी, सीबीआई, आईटी से सत्ता पक्ष डरने वाला नहीं है।
सरकार की नयी आरक्षण नीति से यहां के मेधावी बच्चों को जेपीएससी, यूपीएससी, मेडिकल, इंजीनियरिंग तथा अन्य में लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोगों ने अपने लोगों को बीडीओ, सीओ बनाया. आज हमने दो कानून पारित कर नया काम किया है. उन्होंने कहा कि नेता वीहिन दल का क्या हाल होता है. अब आदिवासी, दलित चुप बैठने वाले नहीं है. जब एक आदिवासी नौजवान खूंटा गाड़ कर खड़ा है, तब विपक्ष चिल्ला रहे हैं. हम लोग विपक्ष के हमलों का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार हैं. 1932 की जगह 1985 को स्थानीयता का आधार बना दिया. हम इन्हें गांव में घूसने नहीं देंगे. यहां के आदिवासी, दलितों को पर्याप्त सुविधा देने का निर्णय लिया है. पूर्व की सरकारों ने राज्य के रेगुलर और अनुबंध कर्मियों का शोषण किया. हमारी सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को लागू किया. आदिवासी, दलितों का अब शोषण नहीं होगा. हम ऐसा होने नहीं देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा विपक्ष के नेता जो आदिवासी और दलितों को अपने घर में खाना बनवाते हैं, वह नहीं चलेगा. इनके मुखिया और प्रधानमंत्री फोन करके धमकी देते हैं. यहां कि अस्मिता को हम लूटने नहीं देंगे. रेपिस्ट को नहीं बख्शेंगे. हत्यारे, लुटेरों और राजनीति करने वाले राज्य का भला नहीं करेंगे. आदिवासी, दलित, पिछड़ों को हमारी सरकार काफी मजबूत करेगी, ताकि सांप्रदायिक ताकतों का मुंहतोड़ जवाब देगी. ये लोग लोकतंत्र के नाम पर वोट मांगते हैं. देश इनकी षडयंत्रों को जान चुकी है. इनके व्यापारिक सांठगांठ की भी पहचान हो चुकी है. इस राज्य में सीएनटी, एसपीटी भी आज ही के दिन यानी 11 नवंबर को अस्तित्व में आया था. हमने जो वायदा किया उसे पूरा किया. हमने खतियान को पुनर्स्थापित किया. 11 नवंबर को सरना कोड लागू करने के लिए हमने शुरुआत की. आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है. आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा. भाजपा की तीन-तीन सरकारें यहां बनीं. पर स्थानीयता लागू नहीं कर पायी.
मुख्यमंत्री ने कहा 20 वर्षों से राज्य में शोषण हुआ. हर नियुक्ति में इन लोगों ने गंदगी फैलाई है. हमारी सरकार इनकी गंदगी साफ कर रही है. हम हर लड़ाई लड़ रहे है. ये जब सामने से नहीं सकते तो अदृश्य शक्ति के जरिये परेशान करते है. हम इससे परेशान नहीं होते. आने वाले समय में ये वोट मांगने के काबिल नही रहेंगे. इनकी स्थिति इनका उतावलापन बताता है. सांच को आंच नहीं के कहावत को हमने चरितार्थ किया. इनके षडयंत्र का जवाब दे रहे है तो इनको तकलीफ हो रही है. ये नेता और नियत विहीन विपक्ष. मधु कोड़ा को इन्होंने फंसाया. मुंडा जी को बर्बाद किया. गुरुजी ने राज्य दिया उनके बेटे ने 1932 और 27 फीसदी आरक्षण दिया.