Joharlive Team
रांची। अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को विशेष तौर पर अलर्ट किया है। राज्य पुलिस के आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह ने बताया कि अयोध्या फैसले को लेकर सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग की जा रही है। फेसबुक, ट्वीटर या व्हाट्सएप के जरिए अफवाह फैलाने या आपत्तिजनक संदेश फैलाने वालों पर सख्ती से कार्रवाई होगी। आईजी अभियान ने बताया कि सभ जिलों में वैसे लोगों को चिन्हित किया जा चुका है जो सांप्रदायिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। उन तत्वों को रोकने के लिए तमाम कवायदें की गई है।
चौबिस घंटे काम कर रहा ज्वाइंट कंट्रोलरूम
राज्य भर में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए चौबिस घंटे ज्वाइंट कंट्रोलरूम को सक्रिय किया गया है। कंपोजिट कंट्रोलरूम के अलावे सभी जिलों में कंट्रोलरूम को सक्रिय किया गया है। साथ ही वैसे जगहों पर पूरी तैनाती के साथ बलों को रखा गया है जहां से बल आसानी से किसी भी घटनास्थल पर मूव कर सकें।
डीजीपी के आदेश पर सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ लिया गया वारंट
डीजीपी कमलनयन चौबे के निर्देश पर सभी जिलों में चिन्हित सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ 107 की कार्रवाई के लिए नोटिस किया गया है। वहीं ऐहतियातन धारा 113, 116 के तहत चिन्हित लोगों के खिलाफ वारंट भी लिया गया है ताकि आपात स्थिति में जरूरत पड़ने पर सांप्रदायिक दंगा फैलाने वाले सख्त को गिरफ्तार किया जा सके। जिलावार 3 हजार से अधिक लोगों को चिन्हित किया गया है।
सीसीटीवी व वीडियोग्राफी के जरिए दंगा करने वाले होंगे चिन्हित
सभी जिलों को एसपी को मुख्यालय ने निर्देश दिया है कि संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी लगाएं व जहां सीसीटीवी नहीं है वहां उपद्रव की स्थिति में वीडियोग्राफी कराएं। कैमरा में कैद हुए उपद्रवियों को चिन्हित कर नाजमद एफआईआर दर्ज की जाएगी। सभी पर धारा 295 ए के तहत एफआईआर दर्ज होगी।
सात – आठ जिलों में विशेष एहतियात
सांपद्रायिकता के लिहाज से सात – आठ जिलों को चिन्हित कर वहां रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की जाएगी। जिलों के एसपी को कहा गया है कि वह फोर्स को आंतरिक तौर पर हमेशा तैयार रखें। किसी भी घटना की सूचना मिलने पर एसपी को तत्काल घटनास्थल पर जाना होगा।
खुद एफबी- ट्वीटर पर सक्रिय रहेंगे एसपी
जिलों के एसपी सोशल मीडिया पर खुद नजर बनाए रखेंगे। अपने अपने जिलों के प्रमुख व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन के संपर्क में रहेंगे। पुलिस ने व्हाट्सएप एडमिन को यह हिदायत दी है कि व्हाट्सएप ग्रुप में कोई आपत्तिजनक या अफवाह फैलाने वाल पोस्ट न आए, अगर कोई ऐसी पोस्ट करे तो तत्काल जानकारी एसपी को दें। जिलों के एसपी को डीजीपी ने आदेश दिया है कि वह किसी भी तरह की अफवाह प्रचारित होने पर अपने ट्वीटर या फेसबुक एकाउंट से हकीकत बताएं।