कोडरमा। डोमचांच थाना क्षेत्र से बीते 21 मार्च को लापता हुई युवती सोनी कुमारी उर्फ सोनाली (24) का शव रविवार रात एक पत्थर खदान से बरामद कर लिया गया। युवती का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर शव को बोरे में डालकर पत्थर खदान में फेंक दिया गया था।
रविवार को घटना के विरोध में ग्रामीणों ने सड़क जाम कर युवती के शव को बरामद करने की मांग की थी। ग्रामीणों और गोताखोरों की टीम के सहयोग से रात में शव को पत्थर खदान से निकाला गया और सोमवार को अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेजा गया।
जानकारी के अनुसार घटना के बाद कब्जे में लिए गए सूमो गाड़ी के चालक बसवरिया निवासी रोहित कुमार मेहता के निशानदेही पर उसके कुछ साथियों को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ के दौरान युवती की हत्या कर शव को पत्थर के साथ बोरी में भर कर पानी भरे बंद पड़े पत्थर खदान में फेंके जाने की जानकारी मिली। बीते 21 मार्च को युवती के लापता होने के बाद 22 मार्च को परिजनों ने डोमचांच थाना में मामले की जानकारी देते हुए खोजबीन करने के लिए आवेदन देते हुए सनहा दर्ज करवाया था। पुलिस ने शक के आधार पर एक सूमो गाड़ी को जब्त करते हुए उसके चालक सह मालिक को हिरासत में लिया था। इसके बाद जांच के मिले साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने तीन अन्य युवकों को भी हिरासत में लिया। वहीं घटना के बाद एक आरोपित मुंबई भाग गया, जिसे मुंबई में गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस की अबतक की जांच में युवती सोनी की हत्या में सुपारी दिए जाने की बात सामने आयी है। दो दिन पहले शनिवार को मामले में परिजनों के की ओर से पांच लोगों को नामजद करते हुए डोमचांच थाना में एक आवेदन दिया गया था। आवेदन में महथाडीह निवासी दीपक साव पर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पुत्री का अपहरण किए जाने का मामला दर्ज कराया था। बताया जाता है कि उनकी पुत्री दीपक साव के पास पूर्व में ट्यूशन पढ़ती थी, जिसके कारण उसकी जान पहचान थी और दीपक साव से फोन पर बातचीत होती थी। मामले में दीपक साव के सहयोगी भरत उर्फ कारू ग्राम मंझलीटांड, संतोष मेहता मसनोडीह, संजय कुमार मेहता नावाडीह सहित वाहन मालिक रोहित मेहता पर अपनी पुत्री को जान मारने की नीयत से गायब करने का आरोप लगाया गया।
इस बाबत बताया गया कि सोनी भी एक निजी विद्यालय में पढ़ाती थी। सम्भवतः प्रेम प्रसंग के इस मामले में दीपक दूसरी जगह शादी करने वाला था और इसी वजह से उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सोनी को मारने की योजना बनायी। इसके लिए सुपारी देने की भी बात सामने आ रही है।
इस मामले में डोमचांच पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। गत 21 मार्च को युवती के गायब होने के बाद परिजनों ने थाना में आवेदन दिया तो पहले मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। वही एक आरोपित को थाने में बुलाकर पूछताछ की गई और फिर उसे छोड़ दिया गया। रविवार को इस मामले के सामने आने के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने सड़क जाम किया। वहां पूर्व जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता और झारखंड आंदोलनकारी अजय कृष्ण भी मौजूद रहे, जिन्होंने मामले के उद्भेदन और शव बरामदगी के लिए पुलिस पर दबाव बनाया। तब जाकर रात में ही शव को बरामद किया जा सका।