रांची : मानव तस्करी की रोकथाम के लिए सरकार एवं समाजसेवी समेत कई संगठन परस्पर कार्यरत हैं जिनके सहयोग से प्रशासन मानव तस्करी पर नकेल कसने का काम कर रही है. इस कार्य में समाजसेवी वर्ग का हमेशा से अहम योगदान रहा है. मानव तस्करी की रोकथाम एवं चाइल्ड वेल्फेयर व चाइल्ड राइट्स पर सराहनीय काम करने वालों को सरकार एवं सामाजिक संगठन हमेशा प्रोत्साहित करती आयी है.
इसके लिए कई समाजसेवियों को अवार्ड से भी नवाजा गया है. इसी क्रम में रांची के समाजसेवी बैधनाथ कुमार को दिल्ली में आयोजित एक सम्मान समारोह कार्यक्रम में सम्मानित किया गया है. 25 फरवरी को दिल्ली के एक निजी होटल में मीडिया हाउस द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बैधनाथ कुमार को चाइल्ड राइट्स एवं मानव तस्करी की रोकथाम पर किए गए कार्य के लिए सम्मानित किया गया.
बता दें कि रांची के बैधनाथ कुमार पिछले 20 वर्षों से मानव तस्करी की रोकथाम के लिए कार्य कर रहे हैं. उन्होंने अब तक 8000 से ज्यादा बच्चों का रेस्क्यू करवाया है. साथ ही, 117 मानव तस्करों को गिरफ्तार करवा चुके हैं. इनमें से 33 मानव तस्कर को आजीवन कारावास की सजा दिलाने में सफलता हासिल हुई है. समाजसेवी बैधनाथ कुमार ने यह सारा कार्य झारखंड पुलिस के सहयोग से किया है. बैधनाथ कुमार वर्तमान में चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन के सचिव हैं. बता दें कि बैद्यनाथ कुमार का बचपन बाल मजदूर के रूप में गुजरा है. इसलिए वे मानव तस्करी के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं.
कई अवार्ड से सम्मानित
बैधनाथ कुमार को अभी तक 10 राष्ट्रीय अवार्ड मिल चुके हैं. जिसमें झारखंड रत्न 2016, आईवीएलपी यूएसए 2018, सी. सुब्रमण्यम अवार्ड 2019, कैमुर रत्न अवार्ड 2020,पालोना पुरस्कार 2022, राष्ट्रपिता राष्ट्रीय सम्मान 2023, एनसीपीसीआर से बेस्ट चाइल्ड राईट एक्टिविस्ट अवार्ड 2023, शामिल है. इन्होंने आईवीएलपी कार्यक्रम के तहत अमेरिका में एक महीने का मानव तस्करी उन्मूलन पर कार्य करने का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है.