रांची: अपर बाजार महावीर चौक के सोशल एक्टिविस्ट ज्योति शर्मा ने शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन सौंपा. जिसमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लेख करते हुए स्कूलों में प्राइमरी हेल्थ ट्रीटमेंट की शुरुआत करने की अपील की. उन्होंने शिक्षा मंत्री से कहा कि स्कूलों में अन्य शिक्षा की तरह इसे भी लागू किया जाना चाहिए. इससे हम हजारों लोगों की जान बचा सकते है. खासकर उन्होंने सीपीआर की ट्रेनिंग स्कूल लेवल पर देने की बात रखी. ज्योति शर्मा ने कहा कि आज हजारों लोग हार्ट अटैक की चपेट में आते है. सीपीआर देकर ऐसे लोगों की जान बचाई जा सकती है. इसके अलावा कई और भी चीजें है जो बच्चों को प्राइमरी हेल्थ ट्रीटमेंट को लेकर बताई जा सकती है.
इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह अच्छी पहल है. इसे लेकर वह जल्द ही काम करेंगे. राज्य के दो जिलों में इसे प्रायोगिक तौर पर शुरू करने की बात कही. साथ ही कहा कि अगर यह सफल रहा तो इस प्रस्ताव को राज्य स्तर पर स्कूलों में लागू करेंगे. बता दें कि पत्र में उन्होंने लिखा है कि सरकार के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह एक निश्चित आयु से ऊपर के सभी छात्रों के लिए प्राथमिक चिकित्सा और प्रारंभिक चिकित्सा आचरण को अनिवार्य बनाए, ताकि वे किसी भी स्वास्थ्य आपातकाल के दौरान पेशेवर तरीके से काम कर सकें. हम छात्रों को सड़क दुर्घटनाओं या अन्य घटनाओं के मामले में भी उन्हें ट्रेनिंग दे सकते है. जिससे कि किस तरह की मदद कर सकते हैं.
सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी याचिका
उन्होंने पत्र में जिक्र किया है कि इस मामले पर निर्देश मांगने के लिए WP(C)1302/2023 के तहत भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की है. जिसमें माननीय न्यायालय ने सुझाव दिया है कि मैं उचित प्राधिकारी के समक्ष जाऊं, इसलिए मैं यह मामला आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं.