रांची। तस्करी के नए नए तरीकों के बीच नशे के सौदागरों ने अब बड़ा ही अनोखा तरीका निकाला है तस्करी का। झारखंड में अफीम के तस्करों ने आलू चिप्स के पैकेट में छुपाकर अफीम डोडा की तस्करी की जा रही थी. बता दें झारखंड से राजस्थान, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में अफीम के डोडे की तस्करी की जा रही थी।
मालूम हो कि एक कंटेनर जो कि राजस्थान नंबर की रजिस्टर्ड है उसमें आलू चिप्स की 50 पैकेट में लगभग 200 बोरियो में डोडा छुपा कर ले जा रहे थे। वहीं रांची एसएसपी किशोर कौशल को मिली गुप्त सूचना के आधार पर नामकुम थाना क्षेत्र की नामकुम टाटा रोड पर सर्च अभियान चलाया गया। इसी बीच आती हुई कंटेनर को पुलिस ने रोकने का इशारा किया।
रास्ते पर चेकिंग पोस्ट व पुलिस की टीम को देखते ही कंटेनर के साथ चल रही दो बाइक पर सवार चार लोग वहां से भाग खड़े हुए। भागते हुए बाइक को वहीं छोड़ दिया। वहीं पुलिस ने मौके से खदेड़ कर एक बाइक सवार सनिका पाहन को गिरफ्तार कर लिया। बतातें चलें कि गिरफ्तार आरोपी सनिका पाहन खूंटी जिला के संडासोंम मारंगहाड़ा गांव का निवासी है।
इधर पूलिस की चेकिंग देख कर कंटेनर पर सवार चालक सहित अन्य लोग मुख्य स्थल से फरार होने में कामयाब रहे। वहीं नशे के मामले में जांच कर रही पुलिस की टीम ने घटनास्थल से दो मोटरसाइकिल सहित राजस्थान नंबर के रजिस्टर्ड कंटेनर को जब्त किया। जब कंटेनर की जांच की गयी तो पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। यह देखकर पुलिस की टीम आश्चर्यचकित रह गई कि किस प्रकार तस्करों ने पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से कंटेनर में आगे आलू चिप्स के 50 पैकेट को रखा था।
साथ ही उन पैकेटों के पीछे 200 बोरियों में लगभग 35 क्विंटल अफीम के डोडे को छुपा कर रखा था। बता दें कंटेनर खोलते ही ऐसा लग रहा था मानो यह आलू चिप्स की पैकेट से लदी कंटेनर है। वहीं जब उसके पीछे के हिस्सों को टटोला गया तो लगभग ₹35 लाख मूल्य के नशीली अफीम के डोडे रखी गई थी।
इधर पुलिस की गिरफ्त में आए नशे के पैडलर सनिका पाहन ने बताया कि उसके साथ खूंटी जिला के ही डुडुरदाग का रहने वाला मादी मुंडा, नवाडीह के डमरू पाहन, बिरसा मुंडा और घाटीगढा के विकास ने मिलकर डोडा उपलब्ध कराया था. वहीं सनिका पाहन ने जानकारी दी कि उसे कंटेनर को एस्कॉर्ट करने के बदले 10 हजार रुपए मिले थे।