रांचीः झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है. सदन के अंदर और बाहर जनप्रतिनिधि राज्य के ज्वलंत मुद्दों को लेकर अपना विरोध दर्ज कराते रहते हैं. लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सीता सोरेन ने अपनी ही सरकार के खिलाफ सदन के बाहर धरना प्रदर्शन दिया. उनकी मानें तो राज्य में सीएनटी एसपीटी जमीन का धड़ल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन ने कहा कि आज अपनी ही सरकार में इसलिए धरना प्रदर्शन करने की आवश्यकता पड़ रही है, क्योंकि हमारी पर पार्टी जल जंगल जमीन की लड़ाई लड़ने वाली पार्टी है लेकिन आज भी कई ऐसी जमीन है जिसे झारखंड में लूटा जा रहा है. सीएनटी एसपीटी के तहत आने वाले जमीन को धड़ल्ले से लूटा जा रहा है. ऐसे में हमारे आदिवासी और मूलवासी कहां जाएंगे. सबसे आश्चर्य की बात है कि आज जंगल की जमीन का भी अतिक्रमण किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि सीसीएल की अम्रपाली परियोजना के तहत शिवपुर रेलवे साइडिंग है. उसके बीच में 1.5 किलोमीटर की जमीन वन भूमि है. 2019 में यह बनाया गया, तब से अब तक काम चालू है और वहां से कोयला की गाड़ी से ढुलाई की जाती है. सदन के अंदर कल भी इस पर प्रश्न पूछा गया लेकिन अधिकारियों का जवाब संतोषजनक नहीं आया.
अधिकारियों के द्वारा कहा गया कि इस पर किसी तरह का काम नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि सदन के अंदर अधिकारी अपने जवाब के माध्यम से सरकार को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. यही वजह है कि आज अपनी ही सरकार के खिलाफ सदन के बाहर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, क्योंकि अधिकारी लगातार अपने गलत जवाब से सदन को गुमराह करने का काम करते हैं.