दुमका : दुमका लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और सोरेन परिवार की बड़ी बहू सीता सोरेन ने अपनी देवरानी कल्पना सोरेन पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है. दुमका में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीता सोरेन ने कहा कि कल्पना के इशारे पर उनकी बेटियों जयश्री और राजश्री पर जामताड़ा के टेसजुड़िया गांव में हमला करने की तैयारी थी. दोनों बेटियां उनके पक्ष में चुनाव प्रचार करने गई थीं. वहां स्थानीय विधायक रवींद्रनाथ महतो के बेटे और कुछ कार्यकर्ता ईंट-पत्थर के साथ हमले के लिए तैयार खड़े थे. उनकी मंशा राजश्री और जयश्री पर हमला करने की थी. स्थिति को देखते हुए दोनों बेटियां वहां से वापस लौट गईं.
झामुमो के लोग घबरा गये हैं
सीता सोरेन ने कहा कि झामुमो के लोग उनके इलेक्शन कैंपेनिंग से घबरा गये हैं. वे हिंसा का सहारा लेना चाहते हैं. उनकी बेटियों पर हमले का प्रयास किया गया है. वे चुप नहीं बैठेंगी. सभी लोगों को चिन्हित करके एफआईआर करवाया जाएगा. सीता सोरेन ने जामताड़ा एसपी से सुरक्षा की भी मांग की. कहा कि झारखंड सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. ईडी की कार्रवाई से परत दर परत खुलती जा रही है. विधानसभा चुनाव तक इंडी गठबंधन के कई नेता जेल में होंगे.
हम डरने वाले नहीं हैं- जयश्री
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयश्री सोरेन भी मौजूद थीं. उन्होंने कहा कि बुधवार इसके पीछे मेरी चाची कल्पना सोरेन की साजिश है. वही उनपर हमला करवाना चाहती थीं, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि वे दुर्गा सोरेन की बेटी हैं. शिबू सोरेन की पोती हैं, जिन्होंने इस राज्य को बनाने में अपना खून-पसीना बहाया है. वे लोग हमें चुनाव प्रचार से रोकना चाहते हैं, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं. जयश्री ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि वे लोग उन्हें जान से मारेंगे, लेकिन चुनाव प्रचार से रोकने के लिए नुकसान जरूर पहुंचा सकते हैं. मेरी चाची ऐसा क्यों कर रही हैं, यह समझ से परे है.
सीता और जयश्री के आरोप राजनीति से प्रेरित- रविंद्रनाथ महतो
सीता सोरेन और उनकी बेटी जयश्री के आरोपों को झामुमो विधायक और स्पीकर रविंद्रनाथ महतो ने खारिज करते हुए कहा कि उनका पुत्र या भाई ऐसा काम हरगिज नहीं कर सकते हैं. राज्य की जनता भी यह जानती है कि उनका पुत्र उद्दंड नहीं है. यह आरोप पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने कहा कि तिजोरिया के पास झामुमो का पार्टी कार्यालय है. उसी के पास बुधवार की शाम भाजपा नेता सत्यानंद झा बाटुल अपने समर्थकों के साथ बैठे थे. उसी दौरान उन लोगों ने झामुमो कार्यकर्ताओं के खिलाफ अपशब्द कहे, जिससे पार्टी के कार्यकर्ता भड़क गए और इसका विरोध किया है.
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