Joharlive Team
गिरिडीह। राजधनवार थाना क्षेत्र के परसन ओपी अंतर्गत केंदुआडीह गांव में हुए दो सगे भाइयों के संदिग्ध मौत मामले को लेकर लोगों में भारी रोष व्याप्त है। दोनों भाइयों के मौत मामले की जांच करने हजारीबाग प्रमंडल के डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर भी पहुंचे। जांच के क्रम में डीआईजी होमकर के साथ एसपी अमित रेणु और डीएसपी संतोष मिश्रा भी मौजूद थे।
डीआईजी होमकर इस दौरान अधिकारियों के साथ पहले परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद दोनों भाईयों के लापता होने का कारण भी जानने का प्रयास किया। परिजनों से डीआईजी ने दोनों बच्चों को लेकर कई जानकारी हासिल की। दोनों नाबालिग भाईयों के संदिग्ध मौत पर किसी से दुश्मनी की आंशका से जुड़ी जानकारी ली। डीआईजी केंदुआडीह से एक किमी दूर तुंरुगडीह गांव स्थित डोभा पहुंचे, जहां पवन और पीयूष का शव तैरता हुआ मिला था। करीब आधा घंटा रुकने के दौरान डीआईजी ने डोभा का मुआयना किया।
जानकारी लेने के क्रम में डीआईजी को पता चला कि डोभा किसी मुस्लिम अंसारी नाम के गांव के व्यक्ति तैयार करा रहा था। वहीं डोभा की जांच के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में डीआईजी ने भी घटना को लेकर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि डीएसपी संतोष मिश्रा के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया है, जिसका माॅनिटरिंग खुद एसपी करेगें। गठित एसआईटी में डीआईजी ने टेक्नीकल सेल को शामिल कर जांच करने की बात कही।
वहीं, कोडरमा सांसद सह भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी भी गांव पहुंची। परिजनों से मुलाकात कर घटना पर अफसोस जाहिर की। इस दौरान सांसद अन्नपूर्णा देवी ने घटना पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बच्चों से दुुश्मनी होने का कोई मतलब नहीं है। सांसद ने हेमंत सरकार के कार्यकाल पर भी सवाल उठाये। वहीं, डीजीपी से आग्रह किया कि अब हालात पहले से जैसे नहीं रह गए है। लिहाजा, डीजीपी को विधि -व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ही ठोस उठाने चाहिए। वहीं मृतक पवन और पीयूष के दादा ने मामले में सीआईडी जांच कराने की अपील करते हुए कहा कि बगैर सीआईडी जांच के पूरा मामला स्पष्ट नहीं हो सकता।