विवेक आर्यन की ग्राउंड रिपोर्ट
- सिल्ली से जोन्हा तक एक ही चुनावी माहौल।
रांची। जंगलों और पहाड़ों के बीच सिंगल लेन ब्लैक टॉप सड़क पर चलते हुए सिल्ली पहुंचना एक सुखद आनंद है। सिल्ली से लगभग 15 किलोमीटर पहले जोन्हा में ही गाड़ियों में आजसू के झंडे देख कर अंदाजा होने लगा था। जैसे-जैसे सिल्ली पहुंचा झंडों की तादाद बढ़ती गई। घरों में भी आजसू के झंडे व गुब्बारे नजर आने लगे। बुंडू चौक पर रुक कर चुनावी माहौल का जायजा लेना चाहा। फ्लाईओवर से ठीक पहले दाएं और सनोज चाय की दुकान चलाते हैं। चुनावी गपशप के लिए चाय से बेहतर विकल्प और क्या होता? इसलिए एक चाय मैं भी मांग बैठा।
‘क्या अंकल किसकी सरकार बनेगी सिल्ली में?’ लोकल टोन मे मैंने एक बुजुर्ग से सवाल किया। ‘बाबू सरकार तो उसी के बनेगी, जिसे जनता वोट करेगी। लेकिन सिल्ली में तो गांव की सरकार की बयार है।’ बुजुर्ग ने उत्तर दिया। ‘हां वह तो झंडा देखकर समझ में आ गया, लेकिन क्या इतना आसान है गांव की सरकार के लिए रास्ता?’ मैने पूछा।
‘नहीं आसान तो नहीं है’ दूसरे व्यक्ति ने टोका। ‘तीर धनुष सामने खड़ा है। इस बार सिल्ली का विधायक जरूर बदलेगा’ दउसने चाय की चुस्की लेते हुआ बोला।
बिजली-पानी बड़ा मुद्दा, बदलाव जरूरी –
चाय की दुकान पर करीब आधे घंटे तक गंभीर चुनावी चर्चा हुई। इसमें स्थानीय मुद्दे जैसे खेती के लिए पानी नहीं होना, सिर्फ 10 घंटे ही बिजली का रहना जैसी समस्याएं उभर कर सामने आई। लोगों ने कहा चुनावी वादों में बिजली-पानी का जिक्र तो हुआ, लेकिन कभी स्थिति सुधर नहीं सकी। इस बार बदलाव जरूरी है।
चाय की दुकान के अलावा अन्य स्थानों पर भी बिजली पानी के मुद्दे ने पीछा नहीं छोड़ा। बदलाव के बयार की बात लगभग हर दूसरे व्यक्ति ने की। बातचीत के दौरान हर 5 मिनट में सड़क पर आजसू का झंडा लिए हुए मोटरसाइकिलें दौड़ती नजर आई।
महिलाओं ने कहा नेता वो, जो जनता से जुड़े –
सिल्ली की महिलाओं में बिजली पानी के अलावा एक नई तरह की बात दिखाई दी। घर की चौखट पर बैठे हुए उन्होंने कहा कि जो नेता जनता से जुड़ा रहे वही अच्छा नेता है। जो जनता के बीच ना रहकर उनकी परेशानियों को ना जाने वैसे नेता का भला क्या काम? लौटते हुए दो-चार गांव में रुक कर भी महिलाओं से बात हुई जमीन से जुड़े नेता की मांग सभी ने की।
“झारखंड व बंगाल की बॉर्डर पर स्थित सिल्ली खूबसूरत शहर है खेती किसानी प्रमुख व्यवसाय है और लोगों को हवाई वादों से कोई खास फर्क नहीं पड़ता सिंचाई के लिए पानी मिले पर्याप्त बिजली रहे और सड़कें बेहतर हो दिल्ली के लोगों को बस इतना ही चाहिए इन्हीं मुद्दों के आधार पर वह इस बार वोट की तैयारी कर रहे हैं बता दें कि आजसू की ओर से खुद सुदेश महतो मैदान में हैं मुकाबले में झामुमो प्रत्याशी सीमा देवी हैं सीमा देवी सिल्ली से निवर्तमान विधायक हैं।”