रांची : झारखंड में उर्दू शिक्षकों की भारी कमी है. लंबे समय से उर्दू शिक्षकों की बहाली नहीं होने से स्कूलों में पद रिक्त पड़े हुए है. झारखंड में 4401 उर्दू शिक्षकों के पद स्वीकृत है. आश्चर्य की बात यह है कि यह स्वीकृत बल अविभाजित बिहार से ही चला आ रहा है. झारखंड बनने के बाद आज तक स्वीकृत बल में संशोधन भी नहीं किया गया और न ही उर्दू के शिक्षक ही बढ़ें. स्वीकृत बल 4401 में से मात्र 689 शिक्षक ही कार्यरत है. इस तरह राज्य में 3712 उर्दू शिक्षकों के पद रिक्त है. इसे भरने के लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने सभी जिलों से उर्दू शिक्षकों की रिक्तयों की रिपोर्ट मांगी है.
जिलों से मांगी गई थी रिक्तियों की जानकारी
उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग ने जिलों से उर्दू शिक्षकों के स्वीकृत पद, कार्यरत व खाली पदों की संख्या मांगी है. साथ ही, उर्दू पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की भी जानकारी मांगी गई है. राज्य के वैसे स्कूल जहां 10 या उससे अधिक उर्दू पढ़ने वाले छात्र हैं, उनकी रिपोर्ट भेज दी गयी थी.
इसी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. राज्य सरकार इसी के अनुसार उर्दू शिक्षकों के नए पदों का भी सृजन करेगी. जिन स्कूलों में 10 बच्चे उर्दू पढ़ते हैं उनके लिए एक उर्दू शिक्षक की व्यवस्था की जा सकेगी. इसके बाद नई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी.
पहले निकाले विज्ञापन में नहीं था जिक्र
राज्य में झारखंड प्रशिक्षित प्राथमिक शिक्षक संयुक्त परीक्षा के माध्यम से 26,001 सहायक आचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई थी. इस नियुक्ति प्रक्रिया में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति संबंधी प्रस्ताव नहीं था.
उर्दू शिक्षकों का जिलावार स्वीकृत बल और कार्यरत शिक्षकों का विवरण
जिला का नाम- स्वीकृत बल- वर्तमान में कार्यरत बल
रांची-399-86
खूंटी-27-00
लोहरदगा-107-02
गुमला-52-00
सिमडेगा-60-00
पू सिंहभूम-398-02
सरायकेला-खरसांवा-174-03
प सिंहभूम-294-02
पलामू-192-80
लातेहार-135-02
गढ़वा-327-63
हजारीबाग-308-81
रामगढ़-145-13
कोडरमा-100-11
चतरा-153-19
गिरिडीह-300-69
धनबाद-224-83
बोकारो-252-45
दुमका-53-02
जामताड़ा-60-09
साहेबगंज-177-21
पाकुड़-160-06
गोड्डा-202-70
देवघर-102-20
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