मध्यप्रदेश : मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर जारी सस्पेंस सोमवार को खत्म हो गया. पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सोमवार को हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम को फाइनल कर दिया गया. इससे पहले भाजपा आलाकमान ने मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा को पर्यवेक्षक बनाकर सीएम चुनने की जिम्मेदारी सौंपी थी. लंबे इंजतार के बाद पार्टी ने बीते शुक्रवार को तीनों राज्यों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की और उन्हें विधायकों से मिलकर सीएम तय करने की जिम्मेदारी सौंपी. बीते दिन छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय से आने वाले विष्णुदेव साय को सीएम चुनकर पार्टी ने सबको चौंका दिया.

भाजपा को मिला प्रचंड बहुमत

मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को वोट डाले गए थे. इसके नतीजे 30 नवंबर को जारी हुए थे. नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल हुई थी. आंकड़ों पर नजर डालें तो भाजपा के हिस्से में 163 सीटें आईं, जबकि कांग्रेस को 66 सीटों से ही संतोष करना पड़ा.

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