Joharlive Team

नई दिल्ली : भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त को दिए भाषण की तारीफ की है। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट करके प्रधानमंत्री की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मैं इस बात को स्वीकार करता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से जो भाषण दिया वह बेहद साहसी, अच्छी तरह से शोध किया गया और सोच को उत्तेजक करने वाला था। इसमें देश के सामने प्रमुख समस्याओं को शानदार तरीके से रखा गया। दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘पानी का संकट बहुत बड़ा है। आने वाले कुछ सालों में कई प्रमुख शहर सूख जाएंगे। इसके अलावा जनसंख्या बढ़ोतरी एक विशाल समस्या है। इसे जल्द ही बहुत सावधानीपूर्वक तरीके से संभालने की जरूरत है। जितनी जल्दी होगा उतना बेहतर। प्लास्टिक को अलविदा कहिए और घरेलू पर्यटन और कई अन्य प्रमुख मुद्दों को बढ़ावा दीजिए।

तीसरे ट्वीट में सिन्हा ने कहा, पहले भी कई लोग इसके बारे में बोल चुके हैं लेकिन किसी ठोस कार्रवाई या उचित रोड मैप के साथ आगे नहीं बढ़े। शाबाश। आपको प्रसिद्धी। आप निश्चित तौर पर सरहाना और प्रशंसा के काबिल हैं क्योंकि आपने सही मुद्दों को उठाया। भारत को आगे बढ़ाने की योजना के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करके।

चौथे ट्वीट में कहा, ‘आपने निश्चित रूप से सीडीएस (सेना, नौसेना और वायुसेना के शीर्ष पर मौजूद शख्स ) को नियुक्त करने के बड़े कदम के साथ दिल को छू लिया। यह शक्तिशाली कमांड एक बदलाव लेकर आएगी। आप राष्ट्र के मित्र और मार्गदर्शक हैं। आपने सही दिन, समय और मंच चुना है लेकिन हम व्यापक, विस्तृत योजना और उपयुक्त रोड मैप के साथ आगे बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं।’

पांचवे ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘मैं आदरपूर्वक आपको सुझाव देता हूं कि अभी कार्रवाई कीजिए, इससे पहले की बहुत देर हो जाए। देश आपके साथ खड़ा है। हम डिटेल्ड प्लानिंग और सही रोडमैप का इंतजार करते हैं। लेकिन यह आपको आदरपूर्वक सुझाव देते हैं कि इससे पहले की काफी देर हो जाए, देश आपके साथ खड़ा है, आप फौरन काम करें। यदि आपके पास नदियों को जोड़ने के लिए समय और रुची है तो मैं आपसे बात कर सकता हूं। ‘सागर माला’ परियोजना हमारे प्रिय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी का एक सपना था।’छठे ट्वीट में कहा, ‘यह देश में आने वाले बाढ़ और सूखे की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए काफी फायदेमंद होगा। मेरी आपसे एक और विनम्र निवेदन है कि यदि इस परियोजना की घोषणा अगले साल स्वतंत्रता दिवस पर की जा सकती है तो यह ‘सोने पे सुहागा’ जैसा होगा। मुझे इस रचनात्मक और सकारात्मक दृष्टिकोण में योगदान देने में खुशी होगी। जय हिंद!’

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