रांची । झारखंड में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव खत्म होते ही आसमान साफ हो गया. आसमान साफ होने से न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. इसके साथ ही सूबे में पछुआ हवा भी चल रही है. इससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. कंपकपाती ठंड की वजह से लोग घरों में दुबके हैं, हीटर और अलाव के सहारे ठंड से बचाव कर रहे हैं. गुरुवार की सुबह रांची में घना कोहरा छाया रहा. हालांकि, दिन चढ़ते ही धूप निकल गई. धूप निकलने के बावजूद लोगों को ठंड से राहत महसूस नहीं हुई.
इसकी वजह पछुआ हवा है, जो कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से ठंडक लिए आ रही है. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी हो रही है. इसका असर झारखंड के ऊपर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सूबे में आने वाली हवा कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से ठंडक लिए आ रही है. इससे न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिर गया है. यही वजह है कि लोगों को अधिक ठंड महसूस हो रही है. उन्होंने कहा कि यह स्थित अगले दो-तीन दोनों तक रहने की संभावना है.
अभिषेक आनंद ने बताया कि दो तीन दिनों बाद उत्तर पश्चिम भारत में पश्चिमी विक्षोभ का सिस्टम बन रहा है. यह सिस्टम एक्टिव हो जाएगा तो दिन-रात अधिक ठंड महसूस की जाएगी. पिछले 24 घंटे में झारखंड में मौसम शुष्क रहा है. वहीं सबसे अधिक अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस चाईबासा और सबसे कम न्यूनतम तापमान गढ़वा में 7.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इसके साथ ही सूबे के एक दो स्थानों पर शीतलहर की स्थिति बनी हुई है.