न्यूयॉर्क : मध्य माली में बुधवार को एक आईईडी विस्फोट में संयुक्त राष्ट्र के सात शांतिरक्षकों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए. आईईडी की चपेट में आने से शांतिरक्षकों के वाहन में विस्फोट हो गया था. इस हमले के साथ ही संघर्षग्रस्त पश्चिमी अफ्रीकी देश माली में इस साल जान गंवाने वाले शांतिरक्षकों की संख्या 19 हो गई.
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि हताहत हुए सभी शांतिरक्षक टोगो से थे. वहीं, संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा विभाग ने बताया कि माली में इस साल शांतिरक्षकों पर हुआ यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें सर्वाधिक सात लोगों की मौत हुई है. माली 2012 से इस्लामी चरमपंथ से जूझ रहा है. फ्रांस के नेतृत्व वाले सैन्य अभियान की मदद से चरमपंथी विद्रोहियों को माली के उत्तरी शहरों में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था, लेकिन वे रेगिस्तान में फिर से इकट्ठा हो गए और माली की सेना तथा उसके सहयोगियों पर हमले शुरू कर दिए. नागरिकों तथा संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों पर हमलों से स्थिति और खराब हो गई है.
दुजारिक ने बताया कि आईईडी बांदियागरा क्षेत्र में फटा और टोगो से शांतिरक्षकों को ले जा रहा वाहन इसकी चपेट में आ गया. ये सभी शांतिरक्षक डौंट्ज़ा से सेवारे जाने वाले संयुक्त राष्ट्र के रसद काफिले का हिस्सा थे. वहीं, संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा विभाग ने बताया कि शांतिरक्षक एक बख्तरबंद वाहन में सवार थे. संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि इस साल माली में 19 शांतिरक्षकों की जान गई है, जिनमें से आठ टोगो, तीन मिस्र, चार आईवरी कोस्ट और चार चाड के थे.
दुजारिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने माली के अधिकारियों से ‘इस हमले के अपराधियों की पहचान करने में कोई कसर नहीं छोड़ने’ का आह्वान किया ताकि उन्हें शीघ्र न्याय के दायरे में लाया जा सके. उन्होंने पीड़ित परिवारों, सरकार और टोगो के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है. संयुक्त राष्ट्र के 87,000 से अधिक शांतिरक्षक 120 से अधिक देशों में 12 मिशन में कार्यरत हैं, जिनमें से 16,600 माली में तैनात हैं.