Joharlive Desk
नयी दिल्ली। कोरोना चुनौती के बीच मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म्स का निवेश जलवा जारी है और 45 दिनों में सात निवेशक जियो प्लेटफॉर्म्स में 19.90 प्रतिशत इक्विटी के लिए कुल 92,202.15 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं।
जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश 22 अप्रैल को फेसबुक से शुरू हुआ था, उसके बाद सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक और केकेआर ने निवेश किया। शुक्रवार को पहले यूएई की मुबाडला और फिर कुछ घंटों बाद अमेरिका की सिल्वर लेक ने अतिरिक्त निवेश का ऐलान किया। दोनों ने मिलकर जियो प्लेटफॉर्म्स में 24 घंटों के भीतर 13640.40 करोड़ का निवेश कर डाला।
अमेरीका की सिल्वर लेक और सहयोगी पार्टनर्स ने मिलकर 0.98 प्रतिशत इक्विटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 4,546.80 करोड़ रु के निवेश की घोषणा की है। यह सिल्वर लेक का जियो प्लेटफॉर्म्स में दूसरा इंवेस्टमेंट है। इससे पहले भी सिल्वर लेक पार्टनर्स ने 4 मई को जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.15 प्रतिशत इक्विटी के लिए 5,655.75 करोड़ का इंवेस्टमेंट किया था। सिल्वर लेक का कुल इंवेस्टमेंट बढ़कर अब 2.08 प्रतिशत इक्विटी के लिए 10,202.55 करोड़ रुपये हो गया है। इससे कुछ घंटे पहले अबूधाबी की मुबाडला ने इक्विटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 9,093.60 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी।
- जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली
इकाई है। ये एक “नेक्स्ट जनरेशन” टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल इकोसिस्टम और भारत के नंबर एक हाइ-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की पूर्ण अनुषंगी इकाई बनी रहेगी।
सिल्वर लेक 40 अरब डॉलर से अधिक की एसेट्स दुनिया भर में मैनेज करती है। इसने अलीबाबा, एएनटी फाईनेंशियल अल्फाबेट्स वेरीली एंड वायमो यूनिट्स,डैल टैक्नोलॉजी और ट्विटर जैसी अनेकों नामी गिरामी कंपनियों में निवेश किया हुआ है।
सिल्वर लेक द्वारा किए गए समग्र निवेश पर टिप्पणी करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, “सिल्वर लेक और इसके सह-निवेशक मूल्यवान साझेदार हैं। मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि कोविड-19 महामारी के दौरान पांच सप्ताह के भीतर जियो प्लेटफार्मों में सिल्वर लेक का अतिरिक्त निवेश, भारतीय अर्थव्यवस्था में उनके विश्वास का प्रतीक है।”
सिल्वर लेक के सह-सीईओ और प्रबंध साझेदार एगॉन डरबन ने कहा, “हम अपने एक्सपोज़र को बढ़ाने और अपने सह-निवेशकों को भी अपने साथ लाने पर उत्साहित हैं। उपभोक्ता और छोटे व्यवसायों के लिए उच्च-गुणवत्ता और सस्ती डिजिटल सेवाएं प्रदान करने के जियो के मिशन का हम समर्थन करते हैं। जियो में और अधिक निवेश जियो के बिजनेस मॉडल की मान्यता है। साथ ही हम मुकेश अंबानी और उनकी टीम की प्रशंसा करते हैं जिनके साहसिक विजन से जियो दुनिया की सबसे उल्लेखनीय प्रौद्योगिकी कंपनी बन पाई।”
जियो एक ऐसे “डिजिटल भारत” का निर्माण करना चाहता है जिसका फ़ायदा 130 करोड़ भारतीयों और व्यवसायों को मिले। एक ऐसा “डिजिटल भारत” जिससे ख़ास तौर पर देश के छोटे व्यापारियों, माइक्रो व्यावसायियो और किसानों के हाथ मज़बूत हों। जियो ने भारत में डिजिटल क्रांति लाने और भारत को दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल ताकतों के बीच अहम स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।