रांची: राजधानी के दूसरा बड़ा सरकारी हॉस्पिटल सदर कई मामलो में रिम्स को टक्कर दे रहा है. आए दिन इस हॉस्पिटल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है. इस कड़ी में अब दांतों के मरीजों को बेहतर सुविधा इस हॉस्पिटल में मिलेगी. जहां पर सरकारी रेट (सीजीएचएस) पर मरीजों को दांतों का पूरा सेट लगाया जाएगा. जिससे कि लोगों की जेब पर बोझ भी नहीं बढ़ेगा. वहीं प्राइवेट क्लिनिक के चक्कर लगाने से लोगों को छुटकारा मिल जाएगा. बता दें कि डेंटल लैब के निर्माण के लिए टेंडर निकाल दिया गया है.
हर दिन ओपीडी में आते है 50 पेशेंट
सदर में हर दिन 50 से अधिक मरीज दांत की समस्या लेकर आते हैं. उन्हें उचित सुविधा न होने के कारण निराशा हाथ लगती है. प्राइवेट क्लीनिक में जाने पर छोटी-मोटी समस्या पर भी हजारों रुपए वसूल लिए जाते हैं. एक दांत उखड़वाने में भी डेंटल क्लिनिक वाले मनमाना चार्ज वसूलते है. डेंटल लैब के चालू हो जाने से दांत निकालने के अलावा आरसीटी करवाना लोगों के लिए आसान हो जाएगा. बता दें कि आरसीटी के लिए प्राइवेट क्लीनिक में जहां 10 से 15,000 तक खर्च होते है. एक सीटिंग के 2000 रुपए लिए जाते है. सदर में डेंटल लैब बनने से सरकारी दर पर लोग इसका लाभ उठा पाएंगे.
सीएचसी-पीएचसी जुड़ेंगे लैब से
डेंटल लैब जल्द तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. एक दो दिनों में टेंडर निकाल दिया जाएगा. लैब में कई तरह की सुविधाएं मिलेगी. डेंटल लैब सदर में आने वाले मरीजों के अलावा सीएचसी और पीएचसी के मरीजों का भी इलाज करेगा. इसके लिए सीएचसी और पीएचसी को भी डेंटल लैब से जोड़ा जाएगा. सीएचसी व पीएचसी में डेंटल डॉक्टर मरीजों की जांच करेंगे. वहीं जरूरत पड़ने पर उन्हें सदर हॉस्पिटल भेजा जाएगा. मरीजों के दांत का साइज लेकर आर्टिफिशियल दांत लैब में तैयार किया जाएगा. इसके बाद दांत उन्हें फिट कर दिया जाएगा.