Joharlive Team

रांची। झारखंड के डीजीपी एमवी राव की राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली के साथ ऑनलाईन बैठक हुई। इस बैठक में सभी राज्यों के पुलिस प्रमुखों के साथ नोवेल कोरोना के मद्देनजर महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा के पीड़ितों को तत्काल और स-समय राहत तथा सहायता सुनिश्चित करने, महिलाओं के विरूद्ध होने वाले विभिन्न साईबर अपराधों के मामलों से निपटने, कोविड -19 महामारी के कारण अन्य राज्यों से वापस लौटीं प्रवासी महिलाओं से संबंधित अपराधों से निपटने तथा राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन अवधि में उठाये गये अन्य प्रभावी कदमों पर विस्तृत रूप से चर्चायें की गई।
डीजीपी ने अघ्यक्षा राष्ट्रीय महिला आयोग, नई दिल्ली को महिलाओं के विरूद्ध सम्भावित अपराध पर अंकुश रखने हेतु झारखण्ड पुलिस के स्तर से हर-संभव उठाये गये एहतेयाती कदमों की विस्तृत जानकारी दीं। झारखण्ड पुलिस के द्वारा बुजुर्गों को विशेष रूप से चिकित्सीय सुविधायें भी उपलब्ध करायी जाती रही हैं, जो एक सराहनीय कदम रहा है। पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड ने बताया कि झारखण्ड में महिलाओं के विरूद्ध अपराध की रोकथाम एवं महिला की सुरक्षा हेतु राज्य के 24 जिलों में कुल-36 महिला थाने में कार्यरत हैं। सभी महिला थानों में न सिर्फ महिला पुलिस-पदाधिकारी/कर्मी की प्रतिनियुक्ति हैं बल्कि संबंधित थानों में Counselling Centers भी कार्यरत हैं। राज्य के कुल 08 जिलों में AHTU (अवैध मानव व्यापार इकाई) भी कार्यरत हैं। महिलाओं/बच्चों की समस्याओं से संबंधित जानकारी प्राप्त करने हेतु अपराध अनुसंधान विभाग, झारखण्ड में महिला हेल्प लाईन नं0- 9771432103 एवं चाईल्ड हेल्प लाईन नं0-8877444444 चालू है। महिलाओं के विरूद्ध साईबर क्राईम अपराध दर्ज कराने हेतु राज्य में कुल सात साईबर थाने में सुविधा उपलब्ध है। महिलाओं की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिये झारखण्ड पुलिस का ऐन्ड्रॉयड आधारित मोबाईल ऐप्लीकेशन ‘शक्ति ऐप्प’भी सेवारत है, जो आपात स्थिति में महिलाओं की सुरक्षा के लिये काफी कारगर साबित हो रहा है। इस बैठक के दौरान डॉ0 शम्स तब्रेज, एआईजी टू डीजीपी, झारखण्ड एवं अंजनी कुमार झा, पुलिस अधीक्षक, अपराध अनुसंधान विभाग, झारखण्ड भी उपस्थित थे।

Share.
Exit mobile version