Joharlive Desk
मुंबई । विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच बैंकिंग एवं वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों में जोरदार लिवाली से घरेलू शेयर बाजारों में दो दिन की गिरावट पर आज ब्रेक लग गया और ये करीब डेढ़ फीसदी तक की बढ़त में एक सप्ताह से अधिक के उच्चतम स्तर पर बंद हुये।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 498.65 अंक यानी 1.43 प्रतिशत उछलकर 35,414.45 अंक पर तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 127.95 अंक अर्थात् 1.24 फीसदी की मजबूती के साथ 10,430.05 अंक पर बंद हुआ। यह दोनों प्रमुख सूचकांकों का 23 जून के बाद का उच्चतम स्तर है।
एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटीसी जैसी दिग्गज कंपनियों ने बाजार की बढ़त में महत्वपूर्ण योगदान दिया। बाजार में शुरुआती तेजी कुछ कम रही, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ग्राफ लगातार ऊपर की ओर बढ़ता गया।
मझौली और छोटी कंपनियों में निवेशकों ने अपेक्षाकृत कम विश्वास दिखाया। बीएसई का मिडकैप 0.18 प्रतिशत चढ़कर 13,78.46 अंक पर स्मॉलकैप 0.39 प्रतिशत की मजबूती के साथ 12,428.65 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक का शेयर साढ़े छह प्रतिशत से अधिक चढ़ा। बजाज फिनसर्व में साढ़े पाँच प्रतिशत, एचडीएफसी तथा बजाज फाइनेंस में लगभग साढ़े चार प्रतिशत और आईटीसी में चार प्रतिशत से अधिक की तेजी देखी गई। एनटीपीसी का शेयर लगभग ढाई प्रतिशत लुढ़क गया। नेस्ले इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एलएंडटी में भी दो फीसदी से अधिक की गिरावट रही।
विदेशों में अधिकतर प्रमुख एशियाई बाजार हरे निशान में रहे। चीन का शंघाई कंपोजिट 1.38 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 0.52 प्रतिशत की बढ़त में बंद हुआ। वहीं, जापान का निक्की 0.75 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.08 प्रतिशत लुढ़क गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 0.66 प्रतिशत मजबूत हुआ जबकि ब्रिटेन का एफटीएसई 0.46 फीसदी टूट गया।