जामताड़ा: किसी भी सभा में जब उनके भाषण की बारी आती थी तो उनके अल्फाज कुछ दिलकश शेरो शायरी के साथ ही शुरू हुआ करते थे. मधुर भाषी, नरम दिलवाले, वरिष्ठ कांग्रेस नेता हाजी रफीक अनवर अब हमारे बीच नहीं रहे. जामताड़ा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हाजी रफीक अंसारी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कुरुआ में मंगलवार को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया. इस दौरान हर शख्स उनके निधन पर शोक जाता रहा था. शुभचिंतकों ने कहा कि ऐसे ईमानदार समाज सेवक की कमी हमेशा महसूस होगी. उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी सभी जाति धर्म और इंसानियत के लिए काम करने में लगा दिया. उन्हें इसके लिए हमेशा याद किया जाएगा. उनके आवास से नमाज-ए-जनाजा के लिए कब्रिस्तान की ओर ले जा रहा था तो महिला, पुरुष और बच्चे उनकी एक झलक देखने के लिए बेताब थे. हाजी रफीक अनवर एक सुलझे हुए व्यक्तित्व के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता थे. अपने जीवन में उन्होंने समाज के लिए बहुत ही अच्छा काम किया.

उन्होंने जिला परिषद चुनाव में अपनी पत्नी सायरा बानो को दो बार चुनाव जितवाने में अहम भूमिका निभाई. पत्नी सायरा बानो को 2015 में जामताड़ा जिला परिषद का उपाध्यक्ष भी बनाया. किसी भी सभा में रफीक साहब जब माइक पकड़ते थे तो उनके अल्फाजों की शुरुआत कुछ दिलकश शेरो शायरी के साथ हुआ करता था और इसके लोग मुरीद भी रहते थे. ऐसे नेता के जामताड़ा से चले जाने का गम हमेशा रहेगा. उनके जनाजे में झारखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री बसंत सोरेन, दुमका लोकसभा क्षेत्र से झामुमो प्रत्याशी नलिन सोरेन, गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी, जामताड़ा के विधायक डॉ इरफान अंसारी, सारठ के पूर्व विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह, झामुमो नेता अशोक मंडल, डॉ अब्दुल मन्नान अंसारी, कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रभु मंडल, विजय दुबे सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए.

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