देवघर: देवघर के राजद विधायक सुरेश पासवान का नाम अंतिम समय में मंत्रिमंडल से कट गया था. इससे देवघर जिला राजद के नेता-कार्यकर्ता नाराज हैं और राजद आलाकमान के निर्णय का विरोध कर रहे हैं. मंत्री नहीं बनाए जाने के मुद्दे पर शुक्रवार को देवघर विधायक सुरेश पासवान ने जटाही स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से खुलकर बात की. सुरेश पासवान ने कहा कि मंत्री बनना, नहीं बनना, इस पर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव का आदेश चलता है. राजद से चार विधायक जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं और मंत्री किसी एक को बनना था. मुझे विधायक दल का नेता बनाया गया है.
जनता की मांग थी कि मुझे मंत्री मंत्री बनाया जाए. यह बात भी हुई थी, लेकिन अंतिम निर्णय तो आलाकमान करती है. संजय प्रसाद यादव राजद के वरिष्ठ नेता हैं. हमलोग एक साथ मिलजुल कर काम करेंगे. संजय यादव के मंत्री बनने से हमको कोई एतराज नहीं है. हमलोग दल में है और मजबूती के साथ दोनों भाई मिलकर काम करेंगे. सुरेश पासवान मंत्री नहीं बना, लेकिन मेरा नाम तो पहले से ही मंत्री में है. लोग मुझे अभी भी मंत्री जी ही कहते हैं. अगर मंत्री भी बनते तो भी लोग मुझे मंत्री जी ही कहते. इसलिए कोई टीका-टिप्पणी और छींटाकशी की बात नहीं है. संजय यादव छोटे भाई हैं और पार्टी का जो निर्णय है, उसके अनुसार हमलोग मिलकर काम करेंगे. देवघर विधानसभा में किसी तरह काम नहीं रुकेगा. शपथ ग्रहण समारोह में सीएम और मंत्री से बात हुई है. विकास में कोई कटौती नहीं होगी.
बोर्ड-निगम का कोई लोभ-लालच नहीं है
मेरे मंत्री नहीं बनने से स्थानीय लोग दु:खी है और दल के निर्णय का विरोध कर रहे हैं. लेकिन वैसी कोई बात नहीं है. जनता को बता दिया गया है कि देवघर के विकास कोई कमी नहीं होगी. मैं विधायक रहते हुए मंत्री जैसा काम करके देवघर विधानसभा के लोगों को दिखाऊंगा. जहां तक बोर्ड-निगम की जिम्मेदारी की बात है तो यह सीएम हेमंत सोरेन और लालू-तेजस्वी पर निर्भर करता है. उसके लिए कोई लोभ और लालच नहीं है. जिस तरह देवघर की जनता ने अपार वोट देकर मुझे विजयी बनाया है, उसी तरह देवघर का विकास करूंगा.