Joharlive Team
रांची। सुखदेवनगर थाना के पूर्व इंस्पेक्टर संजय कुमार पर लगे कई आरोप में नपे है। वरीय अधिकारियों ने जांच करने के बाद कार्रवाई की। सूत्रों के अनुसार पूर्व इंस्पेक्टर संजय कुमार लाॅक डाउन लगने के बाद से क्षेत्र में सही से पालन नहीं करा पा रहे थे। सुखदेवनगर इलाके में लाॅक डाउन लगने के बाद भी आम जनता को सड़कों पर देखा जा रहा था। कई बार वरीय अधिकारियों ने देखा। वहीं, क्षेत्र के कई लोगों ने इससे संबंधित शिकायत वरीय अधिकारी को दी।
वहीं दूसरा सबसे गंभीर आरोप लगा है कि कोरोना मरीज की मौत के बाद रातू रोड कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक के लिए शव को भेजा जाना था। अचानक हजारों की संख्या में स्थानीय लोग सड़कों पर उतर गए। पूरी तरह से लाॅक डाउन का उल्लंघन हो रहा था। मगर, इंस्पेक्टर संजय कुमार ने समय पर इस बात की जानकारी एसएसपी को नहीं दी। मामला बिगड़ने के बाद घंटों पुलिस को मशक्कत करना पड़ा। इसके बाद टैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने मौके पर पहुंच कर मामला को शांत कराया और स्थानीय लोगों से घर जाने की अपील की।
- होम क्वारंटाइन में भेजे गए हिंदपीढ़ी थाना प्रभारी
हिंदपीढ़ी के पूर्व थाना प्रभारी राधिका रमन मिंज को होम क्वारंटाइन में रखा गया है। राधिका रमन मिंज की उम्र 50 से ज्यादा होने के कारण रखा गया है। देखा गया है कि कोरोना का असर वृद्ध व्यक्ति पर ज्यादा होता है। इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए राधिका रमन की जगह पर रातू के पूर्व इंस्पेक्टर ज्ञान रंजन को हिंदपीढ़ी का नया जिम्मा सौंपा गया है।