पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भीतर भाई-भतीजावाद और पारिवारिक तुष्टिकरण है. बीजेपी जमीनी स्तर पर लोगों को जोड़ने का काम कर रही है और पार्टी में भाई-भतीजावाद के लिए कोई जगह नहीं है. पार्टी में हर सदस्य के साथ समान व्यवहार किया जाता है. सम्राट चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आम लोगों की पार्टी है, जहां प्रधानमंत्री से लेकर पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता तक सबके साथ समान व्यवहार होता है. हम रॉयल्टी या पदानुक्रम की अवधारणाओं का पालन नहीं करते हैं. पार्टी का हर कार्यकर्ता ज़मीनी स्तर पर लोगों से सीधे जुड़ता है और यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी भी व्यक्तिगत रूप से गरीबों से जुड़ते हैं.
सम्राट चौधरी ने आरोप लगाया कि राजद के पास केवल 20 से 25 प्रतिशत वोट हैं. उन्हें लगता है कि राजनीति में जातिवाद को समाहित करने से उनका काम हो जायेगा. चुनाव जीत भी जाएं तो भी लालू जी किसी को सत्ता नहीं देने वाले हैं. वह इसे केवल अपने परिवार को हस्तांतरित करेंगे. जब राजद सरकार में थी तो तेजस्वी उपमुख्यमंत्री थे और जब विपक्ष में थे तो विपक्ष के नेता थे और उनकी मां उनके साथ थीं. लालू जी कभी भी किसी बाहरी व्यक्ति को प्रमुख पद नहीं दे सकते.
खुद को राजकुमार समझते है तेजस्वी
सम्राट चौधरी ने तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह शायद खुद को राजकुमार मानते हों. उनके माता-पिता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री थे. उन्होंने कहा कि लालू यादव का परिवार सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए जीता है. सम्राट चौधरी ने कहा कि जंगलराज के दौर में लालू जी के बच्चे भी बिहार में नहीं थे. उनकी बेटी रोहिणी आचार्य सिंगापुर में थीं. अब जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बिहार बदला और विकसित हो गया है, तो वह चुनाव लड़ने के लिए लौट आई हैं.