साहिबगंज: रुबिका पहाड़िन के सिर की तलाश पुलिस को लंबे समय से थी. आखिरकार पुलिस की गहन खोजबीन के बाद रुबिका पहाड़िन का सिर मिल गया है. शनिवार की सुबह बोरियो प्रखंड के शिवालय के पास पोखर में मछली मारने के दौरान मछुआरों को किसी का सिर नजर आया. मछुआरों ने इसकी जानकारी बोरियो थाना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मृतका के सिर को कब्जे में ले लिया.
पुलिस सिर की पहचान मृतका रुबिका के परिजनों से कराएगीः पुलिस पोखर में मिले सिर की पहचान रुबिका के परिजनों से कराएगी. खास बात यह है कि इस सिर के सड़े-गले चमड़ी में कान का बाली मौजूद है. पुलिस को शक है कि यह लड़की का है और हो ना हो रुबिका पहाड़िन का ही सिर है. जिसे अपराधियों ने रुबिका की हत्या करने के बाद साक्ष्य छुपाने के लिए पोखर में फेंक दिया होगा. पानी घटने के साथ यह उभरकर बाहर दिखाई देने लगा है.
गौरतलब हैकि साहिबगंज का चर्चित हत्याकांड रुबिका पहाड़िन का शव 17 दिसंबर को 18 से अधिक टुकड़ों में कई स्थानों सेमिला था. इस हत्याकांड में रुबिका का पति दिलदार अंसारी समेत 10 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर साहिबगंज जेल भेज दिया है. रुबिका का सिर्फ एक अंगूठा छोड़कर बाकी अन्य टुकड़ों की पहचान नहीं हो पाई थी. रुबिका की बहन शीला पहाड़िन ने अंगूठे से अपनी बहन की पहचान की थी. रूबिका का सिर्फ जबड़ा मिला था, बाकी सिर की पुलिस कई दिनों से तलाश कर रही
थी.
इस बीच शव की पहचान के लिए दुमका में रुबिका का कई टुकड़ों का पोस्टमार्टम कराया गया था. डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया था. वहीं रुबिका के माता-पिता से भी डीएनए मिलाने के लिए बोरियो थाना प्रभारी जगरनाथ पान ने साहिबगंज जिला सदर अस्पताल पहुंचकर ब्लड सैंपल संग्रह कराया था. सैंपल रांची भेजा गया है, ताकि डीएनए टेस्ट से पहचान हो सके. फिलहाल पुलिस पोखर में मिले सिर की जांच मेंजुटी है.