देवघर: सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए मरीजों को घंटों कतार में खड़ा होकर पर्ची कटाना पड़ता है. लेकिन अब कतार की झंझट खत्म हो गई है.बता दें कि अब मोबाइल से मरीजों का रजिस्ट्रेशन होगा. इससे मरीजों का काफी सहूलियत होगी. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सदर अस्पताल समेत अन्य सीएचसी-पीएचसी में भारत पोर्टल की शुरूआत की गई है. इस पोर्टल के संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पांच छात्र-छात्राओं के सहयोग लेने की तैयारी की है. सामाज सेवा में रुचि रखने वाले ऐसे छात्रों से विभाग आवेदन ले रहा है, ताकि वे स्वेच्छा से मरीजों को रजिस्ट्रेशन कराने में मदद कर सके. सिविल सर्जन डॉ. रंजन सिन्हा ने बताया कि फिलहाल पांचों छात्र-छात्राएं ओपीडी के समय मौजूद रहेंगे और रजिस्ट्रेशन कराने वाले मरीजों को सहयोग करेंगे.

सभी छात्र-छात्राओं को सिविल सर्जन ने बुलाकर पोर्टल के संचालन की जानकारी दी है. जिला नोडल पदाधिकारी डॉ. शरद कुमार ने सभी छात्र-छात्राओं का परिचय लिया और उन सभी से कहा गया कि ओपीडी अवधि में वे लोग रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मौजूद रहें और मरीजों को लंबी लाइन नही लगाना पड़े, इसके लिए मरीज या उनके परिजन के स्मार्ट फोन से स्कैन और शेयर विधि के जरिए रजिस्ट्रेन कराएं. इस पूरी प्रक्रिया के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर पर अलग से एक यूनिट भी चालू है, जो छात्र-छात्राएं भारत पोर्टल के माध्यम से यहां कार्य करेंगे. उनका यही कार्य होगा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को “स्कैन और शेयर” के द्वारा ही रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध करवाए और उनकी मदद करें.

परियोजना समन्वयक सुधांशु रंजन ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत किए जाने वाले सभी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी. साथ ही उन लोगों को “स्कैन और शेयर” की पूरी प्रक्रिया का प्रशिक्षण भी दिया. इस योजना के अंतर्गत तीन महीने तक छात्र-छात्राएं अपनी सेवा मुफ्त देंगे. इसके लिए इन्हें पहचान-पत्र भी उपलब्ध कराया जाएगा. सेवा समाप्ति के उपरांत सभी को कार्य अनुभव का एक प्रमाण पत्र स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिया जाएगा.

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