बोकारो: इको पार्क को लेकर स्थानीय लोग दो खेमे में बंट चुके हैं. एक पक्ष इको पार्क बनने देने के पक्षधर में है तो दूसरे पक्ष इको पार्क हवाई अड्डे पर न बनकर दूसरे स्थान पर बने इस बात को लेकर डटे हुऐ है. इसी बात को लेकर बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी शैलेश कुमार इको पार्क स्थल का निरक्षण करने स्वांग हवाई अड्डा पहुंचे. वहीं स्थल निरीक्षण के दौरान हवाई अड्डा पर दोनो पक्षों खड़ा हो गया. एक पक्ष ने पार्क का निर्माण कार्य जारी रखने का आग्रह किया दूसरे पक्ष पार्क को अन्य किसी दूसरे स्थान पर सिफ्ट करने की बात पर अड़े रहे. दोनो पक्षों को बुलाकर अनुमंडल पदाधिकारी समझने का प्रयास किया. वहीं अनुमंडल पदाधिकारी ने आश्वासन दिया की दूसरे स्थान पर ड्राइविंग सीखने और दौड़ प्रेक्टिस के लिए मैदान बनवा दिया जायेगा.
अनुमंडल पदाधिकारी शैलेश कुमार द्वारा निर्माण कर रहे पार्क अधिकारी एवं संवेदक से स्थल परिवर्तन के बारे मे पूछे जाने पर बताया कि स्थल परिवर्तन होने पर यह कार्य रोक दिया जाएगा. आगे क्या होगा हमे नहीं पता. जबकि प्रशासन के द्वारा किसी अन्य जगह लगभग 5 एकड़ में समतलीकरण कर मैदान बनाने का भी आश्वासन दिया जा चुका है. जबकि जुलाई 2020 में गृह मंत्री अमित शाह एवं कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी के द्वारा ऑनलाइन शिलान्यास किया गया था, जिसके कारण स्थल परिवर्तन नहीं किया जा सकता है.
वहीं नक्शा के अनुसार बीच रनवे में युवकों को दौड़ने के लिए खाली रखा गया है, तथा दोनों ओर टहलने के लिए लोगों का अलग से जगह बनाया गया है. ओपन पार्क तथा फिटनेस के लिए ओपन जिम का भी व्यवस्था किया गया है. इसके अलावे फूल,पौधे के लिए नर्सरी, एवं लाइटिंग हाउस का भी व्यवस्था किया गया है. इको पार्क अपने आप में अद्भुत पार्क बनने वाला है जो यहां का खूबसूरती पर चार चांद लगा सकती है.
हवाई अड्डा पर बन रहे इको पार्क का विरोध के मुख्य तीन कारण ग्रामीणों के द्वारा बताया गया
- ग्रामीणों का कहना है की हवाई अड्डा एक धरोहर के रूप में माना जा रहा है, दूसरा ग्रामीणों को पुलिस फोर्स या किसी अन्य आर्मी में जाने के लिए दौड़ने का तैयारी करने का मात्र एक जगह है. साथ ही कार ड्राइविंग सीखने का एक मात्र जगह है.
- वहीं इस क्षेत्र मे स्वांग दक्षिणी, स्वांग उतरी और हजारी पंचायत के कुल आबादी लगभग बीस हजार की है. वहीं पूर्व मुखिया धनंजय सिंह ने कहा पार्क बनने से लोगो को फायदा ही होगा. इससे किसी प्रकार का हानि नहीं है.
- वही कुछ दिन पूर्व गोमिया के पूर्व विधायक एवं वर्तमान आयोग अत्यंत पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष योगेंद्र प्रसाद महतो द्वारा कार्य स्थगित कराया गया था.