रांची: एकीकृत पारा शिक्षक संघ के बैनर तले राज्यभर के पारा शिक्षक एक लंबे समय से आंदोलित हैं. उचित समय पर मानदेय ना मिलना, पारा शिक्षकों के हक में नियमावली तैयार करना और स्थायीकरण जैसे मांगों को लेकर यह लगातार मुखर रहे हैं. रघुवर सरकार के दौरान भी पारा शिक्षकों का आंदोलन व्यापक रूप से चला था. उस दौरान कई बार उग्र आंदोलन भी पारा शिक्षकों की ओर से किया जा चुका है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीएम बनने से पहले इन पारा शिक्षकों को आश्वासन दिया था कि उनका सरकार बनते ही पारा शिक्षकों के समस्याओं को दूर कर दिया जाएगा, लेकिन सरकार बनने के ढेड़ साल बीत जाने के बाद भी पारा शिक्षकों की मांगे जस की तस है. लगातार पारा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर आंदोलित रह रहे हैं. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो इन पारा शिक्षकों को लेकर थोड़े पॉजिटिव हैं. उन्होंने पारा शिक्षकों को आश्वासन भी दिया था कि चेन्नई से स्वस्थ होकर लौटते ही वह पारा शिक्षकों के समस्याओं पर गौर करेंगे और निवारण की कोशिश करेंगे. इसी कड़ी में शनिवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आवास पर शिक्षा सचिव की मौजूदगी में पारा शिक्षकों के साथ कई दौर की बैठक हुई. पारा शिक्षकों का कहना है कि बिहार के तर्ज पर पारा शिक्षक नियोजन और वेतनमान मांग रहे हैं.
शिक्षकों का भविष्य तय करने की कवायद
बिहार सरकार ने अपने यहां पारा शिक्षकों को आंकलन परीक्षा लेकर 60 साल के लिए नियुक्त कर दिया है. इसी के साथ वेतनमान भी निर्धारित कर दिया है. झारखंड में भी पारा शिक्षकों की मांग है कि उनका आंकलन परीक्षा हो और उसमें पारा शिक्षकों का पास होना अनिवार्य किया जाए. जो भी फलाफल निकलता है, उसी के आधार पर पारा शिक्षकों के भविष्य को तय किया जाए. ना कि उन्हें आंदोलन के लिए यूंही छोड़ दिया जाए.
बिहार की तर्ज पर बनेगी नियमावली
बैठक के बाद शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने मीडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा कि बिहार की तर्ज पर ही झारखंड के पारा शिक्षकों की नियमावली बनाई जाएगी और मंगलवार को विभागीय अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक कर वेतनमान को लेकर उचित निर्णय लिया जाएगा. 18 अगस्त को तमाम विभागीय पदाधिकारी और पारा शिक्षकों के प्रतिनिधियों के साथ एक विशेष बैठक कर इस पूरे मामले को क्लियर कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों की समस्याओं को लेकर वह लगातार गंभीर रहे हैं. उनकी परेशानियों को जल्द से जल्द दूर करने की कोशिश हो रही है. यह बैठक पारा शिक्षकों के साथ सफलतापूर्वक आयोजित हुई और पारा शिक्षक भी इस बैठक से संतुष्ट हुए हैं.
पारा शिक्षक संतुष्ट
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सदस्य संजय दुबे ने कहा कि अगर बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी पारा शिक्षकों के लिए नियमावली बनती है. तो पारा शिक्षकों को कोई परेशानी नहीं होगी. ये बैठक सकारात्मक तरीके से आयोजित हुई और संपन्न भी हुई.