दुमका: एक युवक की हैवानियत की शिकार अंकिता की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया. अंकिता की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन और सरकार से आरोपी शाहरुख को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है. दरअसल आज जैसे ही अंकिता की मौत की खबर आई दुमका के लोगों ने बवाल करना शुरू कर दिया.

स्थानीय लोगों व हिंदू संगठनों ने विरोध मार्च निकाला और शहर के दुकानों को बंद करा दिया है. विरोध मार्च कर रहे लोग पीड़ित लड़की के घर जाना चाह रहे थे. लेकिन, पुलिस ने लोगों को रोकने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच नोकझोंक भी हुई है. वहीं अंकिता के पिता और बहन ने आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है.

अंकिता की मौत की खबर सुनकर दुमका में उसके परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है. अंकिता के परिजनों का कहना है कि अंकिता 12वीं में आर्ट्स स्ट्रीम लेकर पढ़ाई थी. उसका सपना पुलिस विभाग में भर्ती होने का था. लेकिन, उसे मार दिया गया. घटना से नाराज परिजनों आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है.

दुमका के लोगों में आक्रोश, फांसी की मांग 

वहीं इस घटना से पूरे दुमका जिला और परिवार वालों में काफी आक्रोश और मातम छाया हुआ है. इसको लेकर दुमका के विभिन्न हिंदू संगठनों ने विरोध मार्च और बंदी का ऐलान किया है. साथ ही आरोपी शाहरुख को फांसी की सजा देने और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर कड़ी से कड़ी सजा देकर समाज में एक उदाहरण पेश करने की बात कही.

घर के खिड़की से पेट्रोल छिड़कर लगाई थी आग 

बता दें, बीते मंगलवार को अंकिता जब सो रही थी उसी समय करीब 4 बजे सिरफिरा आशिक उसके घर के खिड़की के पास पहुंचा और पेट्रोल छिड़ककर सोई हुई अंकिता पर माचिस मार कर आग लगा दी, जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गयी थी. परिजनों ने अंकिता को दुमका के फूलो झानो मेडिकल  मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स में रेफर कर दिया गया. 4 दिन तक अंकिता ने जिंदगी से जीतने की काफी कोशिश की पर आखिरकार वह जिंदगी की जंग हार गई.

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