रांची: रांची यूनिवर्सिटी के विभिन्न कॉलेज के लगभग कई छात्र-छात्राएं यूनिवर्सिटी परिसर में जमा होकर सेमेस्टर 5 के परीक्षा फॉर्म भरने के लिए यूनिवर्सिटी से गुहार लगा रहे थे. इस बीच छात्रों के बुलावे पर जेसीएम अध्यक्ष अमन तिवारी के नेतृत्व में जेसीएम छात्र मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल वहां पर पहुंचकर छात्रों की समस्याओं से अवगत होकर प्रबंधन से बात की.  पर यूनिवर्सिटी ने अपनी गलती छात्रों पर थोपते हुए उन्हें फॉर्म भरवाने से इनकार कर दिया. वहीं छात्रों का कहना है कि उन्हें सिर्फ दो ही दिन परीक्षा फॉर्म भरने के लिए समय मिला था. साथ ही सर्वर का प्रोब्लम भी था एवं परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि भी साइट में जारी नहीं किया गया था. जिसके कारण असमंजस की स्थिति पैदा हुई.

छात्रों ने बताया कि 22 मार्च के बाद एग्जामिनेशन पोर्टल बंद कर दिया गया था और इधर 23 से होली की छुट्टी थी. जब 27 मार्च को कॉलेज खुलने पर छात्र पहुंचे तो उन्हें बोला गया कि कल से एग्जाम है और अब आ रहे हो. जेसीएम अध्यक्ष अमन तिवारी ने परीक्षा नियंत्रक आशीष कुमार झा से टेलीफोनिक वार्ता कर उन्हे फॉर्म भरने का अवसर देने की बात कही. अमन तिवारी ने कहा कि यूनिवर्सिटी सेशन सुधारने के लिए छात्रों की बली चढ़ा रही है. परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि बिना घोषणा किए पोर्टल को बंद कर दिया गया जो कि सरासर अन्याय है. 18 मार्च के शाम में बीबीए, बीसीए, आईटी वोकेशनल कोर्सों का रिजल्ट आया. इस रिजल्ट में कई खामियां थी. पास करने वाले वाले छात्रों को भी प्रमोटेड लिस्ट में डाल दिया गया था, इसके कारण छात्रों को रिजल्ट समझने में थोड़ा समय लगा. उसके बाद 22 मार्च को एग्जामिनेशन पोर्टल बंद कर दिया गया. 23 से होली की छुट्टी हो गई और जब 27 मार्च को कॉलेज खुली तो छात्र यूनिवर्सिटी पहुंचे तो छात्रों को एक मौका मिलनी चाहिए थी मौका नहीं देना सरासर अन्याय है.

अमन तिवारी ने कहा कि छात्रों का एक साल बर्बाद हो जाएगा जिसके जिम्मेदार यूनिवर्सिटी होगी. उक्त कार्यक्रम में झारखंड छात्र मोर्चा के सचिव असद फेराज टिंकू, डीएसपीएमयू के अध्यक्ष मनीष राणा एवम् छात्रों में अनुराग श्रीवास्तव, हर्ष सिंह, अजीत कुमार साहू, कासिफ रहमान, विक्रम टोप्पो, सहाना परवीन आफरीन नाज, सोब्या परवीन इत्यादि कई छात्र उपस्थित थे.

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