Ranchi : राजधानी के प्रमुख जलप्रपातों जोन्हा और हुंडरू में रोपवे निर्माण की प्रक्रिया हेमंत सरकार ने मंजूरी दे दी है, जिससे इन स्थानों की पर्यटन क्षमता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त होगा. पर्यटक अब इन जलप्रपातों की सुंदरता का आनंद लेने के साथ-साथ रोपवे के जरिए यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का भी अवलोकन कर सकेंगे.
रोपवे के लिए कुल पांच स्थानों का चयण किया गया था. जिसमें कि जोन्हा, हुंडरू, दशमः, कौलेश्वरी तथा रांची पहाड़ी मंदिर शामिल था. परंतु रोपवे के लिए केवल जोन्हा और हुंडरू को ही चुना गया हैं. यह निर्णय राज्य सरकार तथा एक एजेंसी द्वारा किए गए अध्ययन के आधार पर लिया गया है. एजेंसी ने रिपोर्ट में बताया कि जोन्हा और हुंडरू दोनों स्थलों में रोपवे की संभावना है, वहीं रांची पहाड़ी मंदिर और दशम स्थानों में कुछ जमीनी और भौतिक चुनौतियां सामने आईं हैं.
राइट्स लिमिटेड, जो कि रेल मंत्रालय का एक उपक्रम है, ने इन स्थलों का अध्ययन किया और जोन्हा एवं हुंडरू को रोपवे निर्माण के लिए उपयुक्त पाया. वहीं, दशम में जमीन की समस्या और रांची पहाड़ी मंदिर में भूमि की संरचना को देखते हुए रोपवे निर्माण को चुनौतीपूर्ण माना गया है. रांची पहाड़ी मंदिर के आसपास की जमीन इतनी मजबूत नहीं है कि भारी संरचनाओं को समाहित किया जा सके.
सरकार ने इन दोनों जलप्रपातों में रोपवे निर्माण के लिए Detailed Project Report (DPR) तैयार करने की जिम्मेदारी फिर से राइट्स लिमिटेड को सौंपी है. DPR तैयार होने के बाद योजना को राज्य की योजना प्राधिकृत समिति से स्वीकृति प्राप्त होगी और फिर इसे कैबिनेट से भी मंजूरी मिलने के बाद रोपवे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी.
यह योजना राज्य सरकार के पर्यटन, कला संस्कृति एवं खेलकूद विभाग द्वारा बनाई गई थी, और इससे राज्य के पर्यटन क्षेत्र को एक नया आयाम मिल सकता है. 2013 में ही पर्यटन निदेशालय ने राइट्स लिमिटेड के साथ इस अध्ययन के लिए करार किया था, और अब इस परियोजना की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है.
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