रांची: झारखंड प्रदेश राजद महासचिव और मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने बीजेपी के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर सवाल उठाते हुए इसे एक दिखावा और बनावटी नाटक करार दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कई मौकों पर राष्ट्रीय तिरंगे का अपमान किया है और इसी कारण इस अभियान की वास्तविकता पर संदेह उठता है. साथ ही कहा कि मध्यप्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक बार तिरंगे पर पैर रखा था, जिसके बाद उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. यादव ने यह भी याद दिलाया कि वर्ष 2016-17 में रांची के पहाड़ी मंदिर पर विश्व के सबसे ऊंचे तिरंगे की स्थापना का दावा किया गया था. लेकिन तिरंगे के बार-बार झुकने और फटने की घटनाओं ने रघुवर दास सरकार व जिला प्रशासन की नाकामी को उजागर किया.
दायर की थी जनहित याचिका
उन्होंने बताया कि इस विषय पर उन्होंने झारखंड उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की थी, जिस पर तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश बीरेंद्र सिंह ने संज्ञान लेते हुए सरकार के असफल प्रयास सवाल उठाया और त्वरित कार्रवाई की. न्यायालय ने तिरंगे को पहाड़ी मंदिर से हटाने का आदेश दिया. यह भी उल्लेख किया कि उन्होंने कोर्ट के आदेश के बावजूद ब्यूखरोक्रेट्स का सम्मान करते हुए क्रिमिनल केस नहीं किया. कैलाश यादव ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका ‘हर घर तिरंगा’ अभियान केवल एक राजनीतिक स्टंट है और इसके बजाय बीजेपी को राष्ट्रीय तिरंगे का सही सम्मान करना सीखना चाहिए.