रांची: झारखंड में पुलिस की आपातकालीन हेल्पलाइन डायल 112 के रिस्पांस टाइम को सुधारने के लिए पिछले दो महीनों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. अब डीजीपी अनुराग गुप्ता इस व्यवस्था की समीक्षा करेंगे. अगर समीक्षा के दौरान कोई लापरवाही सामने आई, तो संबंधित पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. डायल 100 और डायल 112, दोनों ही हेल्पलाइन नंबर 24×7 चालू रहते हैं और किसी भी संकट की स्थिति में लोगों को तुरंत सहायता प्रदान करते हैं. डायल 112 को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कंट्रोल रूम में नई तकनीकी उपकरणों की स्थापना की गई है.
डीजीपी अनुराग गुप्ता मंगलवार को डायल 112 के रिस्पांस टाइम और क्यूआर कोड सिस्टम की समीक्षा करेंगे. रांची में हजारों क्यूआर कोड सार्वजनिक स्थलों पर लगाए गए हैं, जिन्हें स्कैन करने पर डायल 112 से कनेक्ट किया जा सकता है.
हाल ही में डायल 112 के नेटवर्क समस्याओं को भी सुलझाया गया है. कई इलाकों में मोबाइल नेटवर्क की कमी के कारण सूचना मिलते ही पीसीआर और टाइगर के जवान घटनास्थल तक पहुंचने में विफल हो रहे थे. सभी नेटवर्क ऑपरेटरों को नेटवर्क सुधारने के निर्देश दिए गए हैं. 20 अगस्त को डीजीपी की समीक्षा में डायल 112 के डायरेक्टर सेवा की भी जांच की जाएगी, ताकि आपातकालीन सेवाओं की गुणवत्ता को और बेहतर किया जा सके.