Joharlive Team
रांची। सरायकेला के तिरूल्डीह थाना क्षेत्र स्थित कुकड़ू बाजार में पांच पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में हार्डकोर नक्सली आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। हार्डकोर नक्सली आलमगीर को पुलिस की टीम ने बंगाल के पूर्वी वर्द्धमान जिला के गलसी इलाके से पकड़ा है। हार्डकोर नक्सली आलमगीर आलम स्वंय महाराज प्रमाणिक को स्कॉट कर लाया था। गिरफ्तार नक्सली के पास से पुलिस ने सैमसंग कंपनी का स्मार्टफोन बरामद किया है। कोल्हान डीआईजी कुलदीप द्विवेदी के निर्देश पर गठित विशेष टीम को यह उपलब्धि मिली है। वहीं सरायकेला के एसपी कार्तिक एस ने रविवार को जानकारी देते हुए कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि हत्या में शामिल हार्डकोर नक्सली आलमगीर आलम बंगाल में छिपा हुआ है। जिसके बाद विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया था। गठित विशेष टीम के सदस्यों ने पूर्वी वर्द्धमान में छापेमारी कर हार्डकोर नक्सली आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया है।
पूर्व में चार नक्सलियों को भेजा गया था जेल
सरायकेला पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल रहे नक्सली सुनील टुडू, बुधराम मार्डी, श्रीराम मांझी और रामू लोहरा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इनलोगों के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल भी बरामद किया था। वहीं नक्सलियों के पास से लोकसभा चुनाव 2019 के बहिष्कार संबंधित बुकलेट के साथ साथ शहीद आरक्षी युधिष्ठिर मलुआ का मोबाइल और सिम कार्ड भी बरामद किया था। इससे पूर्व पूछताछ में सुनील ने बताया था कि पुलिसकर्मियों की हत्या की योजना रमेश उर्फ अनल ने बनाई थी । घटना को अंजाम देने में महाराज प्रमाणिक, अमित मुंडा, अतुल, टीपू, बुधराम मार्डी, रामु उर्फ राम नरेश लोहार, श्रीराम मांझी और दस्ता के सदस्य शामिल थे।

साप्ताहिक बाजार में हुई थी रेकी, अरहंजा में बनी थी योजना
14 जून को घटना को अंजाम देने के पहले अरहान जा के जंगल में 13 जून को नक्सलियों की बैठक हुई थी इससे पहले अनल और महाराज प्रमाणिक ने कुकुडू हाट बाजार की रेकी की थी। अनल ने योजना बनाई थी कि 7 मोटरसाइकिल पर 3-3 लोग बाजार जाएंगे। अनल ने महाराज, अमित, अतुल के नेतृत्व में छोटी छोटी टीम बनाई थी। अनल ने एनएच 33 समेत अन्य पुलिस पोस्ट की निगरानी के लिए टीम बनाई थी। रामू चौका चौक, श्रीराम रड़गांव के पास, टीपू बिजयगिरी चौक के पास सीआरपीएफ कैम्प के पास निगरानी में लगे थे।
कैसे दिया था घटना को अंजाम
14 जून को नक्सली दस्ता मोटरसाइकिल से अरहंजा से निकला। बाजार में ही नक्सलियों ने धारदार हथियार खरीदी। शाम में पुलिस जब दुकान के पास कोल्डड्रिंक पी रहे थे। तभी नक्सलियों ने पीछे से हमला कर दिया। हमला कर पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने के बाद पुलिस की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। माओवादी इसके बाद पुरनाडीह मोड़ होते हुए लेपाटांड फुटबॉल मैदान पहुंचे।

कुकरू हाट (तिरुलडीह पीएस केस) में एक और महत्वपूर्ण गिरफ्तारी हुई है। पुलिस हर एक अपराधी को सलाखों के पीछे भेजेगी। किसी भी दोषी नक्सलियों और उनके समर्थकों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कार्रवाई और अभीयान भी तेज होंगे।
-कुलदीप द्विवेदी, डीआईजी, कोल्हान

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