Digital Arrest : बिहार के कटिहार जिले में एक और बुजुर्ग को साइबर अपराधियों ने निशाना बनाया. यहां रिटायर्ड हेडमास्टर को साइबर ठगों ने 73 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा और उन्हें डरा-धमकाकर 3.5 लाख रुपये की ठगी कर ली. वहीं, जब 5 लाख रुपए की और डिमांड की गई तो रिटायर्ड हेडमास्टर टूट गए और परिवार के लोगों को जानकारी दी. इसके बाद साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया. अब पुलिस साइबर अपराधियों के खिलाफ तहकीकात में जुट गई है.
क्या है मामला
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना 15 से 18 नवंबर के बीच हुई, जब साइबर अपराधियों ने रिटायर्ड हेडमास्टर से कहा कि उनके नाम पर इंडोनेशिया से एक पार्सल आया है, जिसमें ड्रग्स पाया गया है. आरोपियों ने कहा कि इस पार्सल पर आपका आधार कार्ड और मोबाइल नंबर है, जिससे आपका नाम जुड़ा हुआ है और इस कारण आप गिरफ्तार किए जा सकते हैं. फिर साइबर अपराधियों ने रिटायर्ड शिक्षक को लगातार डराया और 73 घंटे तक उनके साथ बातचीत करते रहे. अंत में अपराधियों ने एक अकाउंट नंबर दिया और 3.5 लाख रुपये की डिमांड कर डाली. साथ ही कहा कि अगर पैसे नहीं भेजे गए तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. डर के मारे शिक्षक ने फोन पे के जरिए पैसे भेज दिए.
परेशानी देख परिजनों ने पूछा तो टूट गए शिक्षक
इतना ही नहीं, जब अपराधियों ने फिर से पांच लाख रुपये और मांगे तो रिटायर्ड शिक्षक यह बात अपने परिवार से गुप्त नहीं रख पाए. उन्हें परेशान देखकर जब परिवारवालों ने कारण पूछा तो वे टूट गए और सारी जानकारी परिवार को दे दी. इसके बाद परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी और शुक्रवार को रिटायर्ड हेडमास्टर को लेकर साइबर थाना पहुंचे, जहां एफआईआर दर्ज की गई. मामले में साइबर थानाध्यक्ष सद्दाम हुसैन ने बताया कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेकर छानबीन कर रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश की जाएगी.
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