रांची : राज्य का एकमात्र स्टेट फूड एंड ड्रग टेस्टिंग सेंटर अपग्रेड होने वाला है. इसके रिनोवेशन की योजना विभाग की ओर से बनाई गई है. 52 लाख तीन हजार सात सौ रुपये खर्च कर लैब को रिनोवेट किया जाएगा. जिससे कि लैब का भी एक्सटेंशन किया जाएगा. बता दें कि राज्यभर से सैंपल टेस्टिंग के लिए इसी लैब में भेजे जाते है. ऐसे में इस लैब का महत्व काफी बढ़ जाता है चूंकि फूड सैंपल से लेकर दवाएं यहीं टेस्ट की जाती है. भवन निर्माण विभाग ने इसके लिए टेंडर निकाला है. जिसके तहत लैब का रिनोवेशन किया जाना है. 3 महीने में इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
मैनपावर की है भारी कमी
राज्य की एकमात्र नामकुम स्थित स्टेट फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब मैनपावर की कमी की वजह से जांच प्रभावित हो रही है. विशेषज्ञों की कमी और नियमित केमिकल्स, ग्लास की आपूर्ति नहीं होने की वजह से मिलावटी खाद्य पदार्थों के सभी पारा मीटर की जांच नहीं हो पा रही है. यहां पर बेहतर जांच के लिए 15 विशेषज्ञों समेत 19 पद स्वीकृत हैं, लेकिन सभी पद रिक्त पड़े हैं. फिलहाल, जांच के लिए मात्र पांच अस्थायी कर्मी कार्यरत हैं. इसमें एक फूड एनालिस्ट, एक लैब असिस्टेंट व तीन अटेंडेंट शामिल हैं. एनएबीएल की मान्यता मिल जाने के बावजूद मैनपावर के अभाव में लैब का समुचित उपयोग नहीं हो पा रहा है. फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्डस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआइ) के प्रावधान के अनुसार मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच 14 दिनों में हो जानी चाहिए, लेकिन इसमें महीनों लग जाते हैं. वहीं लैब को मिली एनएबीएल की मान्यता अप्रैल 2024 में समाप्त हो रही है.
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