रांची : धार्मिक उन्माद और बढ़ रही जात-पात की भावना देश के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं. ये बातें झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहीं. वह गांधी जयंती के मौके पर भारतीय जन कल्याण परिषद द्वारा गांधी आश्रम सेक्टर टू धुर्वा में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. मंत्री ने कहा कि गांधीजी के विचार आज भी जीवित हैं. इसे बनाए रखने की जरूरत है. सत्याग्रह बापू का अस्त्र था और इस अस्त्र से देश को आजादी मिली. गांधीजी ने कहा था अंग्रेजों से अस्त्र-शस्त्र से हम नहीं लड़ सकते, चौपारण के सत्याग्रह की ताकत से निकली हुई आवाज पूरे देश में हथियार बनी और हमें आजादी मिली. हमें आपस में लड़ाई नहीं करनी चाहिए.
गांधीजी एक आदर्श थे : हरि नारायण सिंह
समारोह के विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार हरि नारायण सिंह ने कहा- गांधी एक व्यक्ति नहीं, एक दल के सदस्य भी नहीं, बल्कि एक आदर्श थे. सपना थे, सच थे और सबसे अलग इंसान को इंसान समझने वाले व्यक्ति थे. न कहीं छुआछूत थी, न कहीं जाति थी, न ऊंच-नीच का भेदभाव था. लेकिन दुख की बात है कि जो उनके अनुयायी हैं और विशेष कर राजनीतिक दल के नेता इन मुद्दों को लेकर गुमराह करते हैं. ऐसी चीजों से हमें सावधान रहना चाहिए.
सफाई कर्मियों को किया सम्मानित, बच्चों के बीच बांटीं किताबें
श्रद्धांजलि समारोह के दौरान एक ओर जहां बापू को नमन किया गया. वहीं, दूसरी तरफ आईरिस हॉस्पिटल द्वारा नेत्र जांच शिविर, सैमफोर्ड हॉस्पिटल के सौजन्य से मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर एवं बर्लिन हॉस्पिटल द्वारा स्वास्थ्य परामर्श शिविर आयोजित कर आम लोगों को मुफ्त में सेवा उपलब्ध कराई गई. गांधीवादी विचारधारा के अनुयायी मोख्तार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में पूर्व कुलपति डॉ सुरेश प्रसाद सिंह, चैम्बर के नवनिर्वाचित अध्यक्ष किशोर मंत्री, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे, अजय सिंह, डॉ सुबोध कुमार सिंह, काली प्रसाद सिंह, भारतीय कल्याण परिषद के अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. दीप प्रज्ज्वलित कर बापू को नमन किया गया. मौके पर महिला सफाईकर्मियों को डॉ रामेश्वर उरांव ने सम्मानित किया. बच्चों के बीच पुस्तकों का वितरण किया गया. मौके पर पार्षद उर्मिला यादव, धर्मेंद्र तिवारी, मुकेश पांडे, काली प्रसाद सिंह, कांग्रेस नेता शशिभूषण राय, अभिषेक साहू, जगन्नाथ साहू, रोशन कुमार ने भी अपने विचार रखे. सभा का संचालन आलोक कुमार दूबे ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन समाजसेवी भानू प्रताप सिंह ने किया.