चतरा : न्यू पुलिस लाइन के समीप संचालित एमएस सेवा सदन में इलाज के दौरान मरीज की मौत के मामले में सिविल सर्जन डॉ जगदीश प्रसाद ने बड़ी कारवाई की है. सिविल सर्जन ने (सेवा सदन) नर्सिंग होम का निबंधन न सिर्फ रद्द कर दिया है बल्कि संस्थान को सील करने का भी निर्देश दिया है. की गई कारवाई से सीएस ने अभियान निदेशक सह अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी (PC &PNDT) रांची, झारखंड तथा उपायुक्त चतरा को भी अवगत कराया है. उक्त संस्थान को सील करने का निर्देश जांच पदाधिकारी सह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चतरा को दिया है. ज्ञापांक 1638 और दिनांक 6/10/2023 के द्वारा जारी पत्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सह गठित प्रखंड टास्क फोर्स को उक्त संस्थान को सील करते हुवे दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
ज्ञात हो कि एमएस सेवा सदन में झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से सेवा सदन का संचालक न सिर्फ फरार था. बल्कि मृतक के परिजनों को भी 2.50(ढाई) लाख रुपये में मैनेज कर लिया था. चतरा उपायुक्त अबू इमरान ने मामले पर गंभीरता पूर्वक संज्ञान लेते हुए इसकी जांच कराने और इसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया था.
उपायुक्त के आदेश के बाद सीएस ने मामले की जांच को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व टास्क फोर्स का गठन किया था. जांच के दौरान क्लीनिक के सदस्यों के द्वारा ही मरीजों का उपचार करने और उनका ऑपरेशन करने का मामला प्रकाश में आया. इसी के आधार पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने पत्रांक 562 दिनांक 03/10/2023 के आलोक में सिविल सर्जन को जांच प्रतिवेदन समर्पित किया था. जिसमें पूरे मामले को क्लीनिकल स्टेबलस्टमेंट का उल्लंघन बताते हुए एमएस सेवा सदन का निबंधन रद्द करने एवं दंडनात्मक कारवाई का अनुशंसा किया गया था.
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