Joharlive Team
रांची। गुरुवार को संप्रेषण गृह डूमरदगा के कार्यों की समीक्षा की गई। रांची समाहरणालय स्थित उपायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में उपायुक्त छवि रंजन ने विस्तार से रिमांड होम के कार्यों की समीक्षा की। बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त रांची, नगर पुलिस अधीक्षक रांची, प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट जेजीबी रांची, निदेशक डीआरडीए, जिला शिक्षा अधीक्षक, डीपीएम जेएसएलपीएस रांची, कौशल विकास पदाधिकारी रांची, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रांची, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रांची, कमांडेंट सैप और गृहपति संप्रेक्षण गृह उपस्थित थे।
बैठक में उपायुक्त छवि रंजन ने रिमांड होम की सुरक्षा, प्लेस ऑफ सेफ्टी निर्माण, 18 वर्ष से अधिक उम्र के किशोरों के बिरसा मुण्डा केन्द्रीय कारा में स्थानांतरण, सीसीटीवी कैमरे की निगरानी, पलामू, गढ़वा, लातेहार जिले के किशोरों के स्थानांतरण, जेजेबी को बाहर संचालित करने, नशा मुक्ति केन्द्र की स्थापना, डाॅक्टरों, मनोचिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति, डिस्पेंसरी की स्थापना, भवन की मरम्मती एवं सुसज्जीकरण, कौशल प्रशिक्षण, कम्प्यूटर प्रशिक्षण, पेंटिंग, फ्लाई लीफ निर्माण और साफ सफाई आदि की समीक्षा की।
सैप सूबेदार को जमकर फटकार
रिमांड होम की सुरक्षा की समीक्षा करते हुए उपायुक्त छवि रंजन ने बच्चों के पलायन और परिसर में सैप जवानों से हुई मारपीट की विस्तार से जानकारी ली। उपायुक्त ने किशोरों के पलायन और पेट्रोलिंग में शिथिलता बरतने पर सैप सूबेदार को जमकर फटकार लगायी और गश्ती बढ़ाने को कहा। उपायुक्त ने इस संबंध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को सैप कमांडेंट और वरीय पुलिस अधीक्षक से पत्राचार कर अब तक मामले में हुई कार्रवाई और सुरक्षा के दृष्टिकोण से उठाये गये कदमों के बारे में जानकारी लेने का निदेश दिया। सिटी एसपी को उपायुक्त ने सिक्यूरिटी ऑडिट रिपोर्ट देने को कहा। साथ ही रिमांड होम की सुरक्षा में लगे जिला और एसएपी जवानों की डेट ऑफ पोस्टिंग की डिटेल हर महीने उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा कि हर तीन महीने में सबकी शिफ्ट चेंज करें।
हर महीने टीम बनाकर निरीक्षण करें
बैठक में उपायुक्त छवि रंजन ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को रिमांड होम का हर महीने टीम बनाकर औचक निरीक्षण करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा मानकों का बारीकी से पड़ताल करें और जहां कमी नजर आये उसे ससमय दुरुस्त करें।
बच्चों से मिलने आनेवालों की जांच करें
रिमांड होम में प्रतिबंधित वस्तु जैसे मोबाइल इत्यादि की बरामदगी को लेकर उपायुक्त ने बच्चों से मिलने आने वालों की मुस्तैदी से जांच का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि बच्चों से मिलने आनेवाले मोबाइल आदि प्रतिबंधित वस्तु लेकर बच्चों से न मिलें इसे हर हाल में सुनिश्चित करें, बच्चों के अभिभावक, वकील एवं परिजनों की इंट्री से पहले आवश्यक रुप से जांच करें, ताकि प्रतिबंधित वस्तु बच्चों तक न पहुंचे। सिटी एसपी को उपायुक्त ने सुरक्षा से संबंधित अन्य व्यवस्था मारने का भी निदेश निदेश दिया।
जेजेबी को बाहर संचालित करने को लेकर उपायुक्त ने प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट, जेजेबी रांची से आवश्यक जानकारी ली और कहा कि 15 अक्टूबर 2020 से बोर्ड शुरु करें। 16-18 वर्ष के किशारों के लिए प्लेस ऑफ सेफ्टी निर्माण को लेकर भी उपायुक्त ने बैठक के दौरान जानकारी ली और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निदेश दिये।
रिमांड होम में डाॅक्टर्स के विजिट को लेकर उपायुक्त छवि रंजन ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को सिविल सर्जन से समन्वय स्थापित करने को कहा। उन्होंने कहा कि समय समय पर बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिए रिमांड होम विजिट करें इसे सुनिश्चित किया जाये। मनोचिकित्सक की प्रतिनिुयक्ति को लेकर उपायुक्त ने निदेशक रिनपास से पत्राचार करने का निदेश दिया।
कौशल प्रशिक्षण, कम्प्यूटर प्रशिक्षण, पेंटिंग, फ्लाई लीफ निर्माण को लेकर उपायुक्त ने सहायक निदेशक समाजिक सुरक्षा को प्रस्ताव बनाकर संबंधित विभाग में देने का निदेश दिया। इस संबंध में उन्होंने डीएसडब्ल्यूओ को एडीएसएस से पत्राचार करने को कहा।
18 वर्ष से अधिक उम्र के किशोरों के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में स्थानांतरण के साथ पलामू, गढ़वा और लातेहार ज़िले में स्थानांतरण को लेकर उपायुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निदेश दिए। नगर निगम द्वारा महीने में एक बार रिमांड होम में शौचालय, सैप्टिक टैंक आदि की साफ सफाई को लेकर भी उपायुक्त ने आवश्यक दिशा निदेश दिये।