Joharlive Team
- बार्डर इलाके से नक्सलियों का वर्चस्व समाप्त करने के लिए बनाया गया साझा रणनीति
गुमला। नक्सल अभियान को सुचारू रूप से चलाने व नक्सलियों के चहलकदमी पर विराम लगाने को लेकर बुधवार को अंतरराज्यीय पुलिस टीम की बैठक गुमला परिसदन में हुई। बैठक में दोनों राज्यों की पुलिस ने नक्सली गतिविधि में विराम लगाने के लिए साझा रणनीति तया की। बैठक में छतीसगढ़ के पुलिस पदाधिकारी व गुमला पुलिस के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक के बाद गुमला एसपी हरदीप पी जर्नादन ने कहा कि छातीसगढ़ व झारखंड का बोर्डर इलाके में नक्सल अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए विशेष रणीनीति बनायी गई। दोनों राज्यों की पुलिस आपस में समन्वय बनाकर बोर्ड क्षेत्र में नक्सलियों की बढ़ते चहलकदमी को दूर करने का निर्णय लिया। बैठक में दोनों ही राज्यों की टीम एक दूसरे को हर संभव मदद करने की बात कही। एसपी श्री जर्नादन ने कहा कि हाल के दिनों में लेबरों भारी संख्या में अपने घरों पर वापस की है। ऐसी सूचना मिली है कि नक्सली संगठन ऐसे लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करने की रणनीति बना रहे हैं। नक्सलियों के इस मंसूबे पर पानी फेरने के लिए भी दोनों राज्यों की टीम की बैठक में अहम फैसला लिया गया। वहीं छतीसगढ़ के जशपुर जिला से आये सीआरपीएफ 81 बटालियन के कमांडेंट ए के प्रसाद ने कहा कि झारखंड- छतीसगढ़ का बार्डर इलाका माओवादियों का सेफ जोन है। इन इलाकों में पेट्रोलिंग चलाकर नक्सलियों के गतिविधि पर विराम लगाना जरूरी है। जिसके लिए दोनों राज्यों की पुलिस टीम में आपसी समन्वय जरूरी है। जो टेलीफोनिक बातचीत से संभव नहीं है इसलिए फेस टू फेस बैठक कर नक्सल अभियान को लेकर साझा रणनीति बनायी गई। इस रणनीति के तहत बार्डर इलाकों में नक्सलियों का वर्चस्व खत्म करना है। बैठक में गुमला के अभियान एसपी ब्रजेश मिश्रा, एसडीपीओ कुलदीप कुमार, पुलिस पदाधिकारी प्रशांत कुमार, महेंद्र सिंह, दाउ किंडो आदि उपस्थित थे।