चतराः जिला में हंटरगंज प्रखंड के केदली बाजार के अलावा समुचा प्रखंड शोक की लहर में डूब गया. जब केदली बाजार निवासी सीआरपीएफ जवान सिमरनजीत सिंह की अंतिम यात्रा निकली. लेकिन इससे पहले परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मांग पर शव लेने से इनकार कर दिया था. अधिकारियों के समझाने के बाद परिजन सीआरपीएफ जवान सिमरनजीत सिंह का शव गांव ले गए और अंतिम संस्कार किया.

सिमरनजीत सिंह फरवरी में सीआरपीएफ में बहाल हुआ था. राजस्थान में ट्रेनिंग के दौरान सिमरनजीत सिंह समेत चार जवान बेहोश हो गए थे. जिन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान तीन जवानों को होश आने के बाद स्थिति सामान्य हो गई. जबकि सिमरनजीत की स्थिति में सुधार नहीं होने पर श्रीगंगानगर में प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. जहां से उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया, सेना के द्वारा एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाकर फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां थोड़े ही देर के बाद उसने दम तोड़ दिया.

हंटरगंज प्रखंड में सीआरपीएफ के सिमरनजीत सिंह की मौत की मौत की खबर सुनते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. जवान के घर पर शोक संवेदना प्रकट करने वालों को तांता लग गया. एयर एंबुलेंस से जवान का शव हंटरगंज सीआरपीएफ कैंप लाया गया. जहां जवान के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. सीआरपीएफ कैंप में जवान के अंतिम दर्शन के लिए मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी पहुंचे. उन्होंने जवान के परिजनों को हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया

सारी प्रक्रिया को पूरी करने के बाद परिजनों को शव सुपुर्द किया गया. लेकिन परिजनों ने जवान पोस्टमार्टम रिपोर्ट विभागीय पदाधिकारियों से मांगा तो उन्होंने देने में असमर्थता जताई. जिसके बाद परिजन बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट के शव को लेने से इनकार कर दिया. काफी देर तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मांग को लेकर परिजनों के साथ सैकड़ों ग्रामीण सीआरपीएफ कैंप के समीप डटे रहे. काफी देर बाद सीआरपीएफ के विभागीय पदाधिकारियों के द्वारा पोस्टमार्टम और इलाज से संबंधित देने की बात कही गई. जिसके बाद परिजन शव को अपने घर लेकर आए.

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