धनबाद: विनोद बिहारी महतो कोलांचल विश्वविद्यालय में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के रूप में कार्यरत कुल 31 कर्मचारियों को बिना पूर्व में सूचना के काम से हटा दिया गया. जिसकी जानकारी देते हुए कर्मचारियों ने मीडिया के समक्ष अपने बातों को रखते हुए कहा कि वे बीते एक वर्ष से आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से 30 नवंबर 2023 तक कार्यरत रहे हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक दिसंबर 2023 को उन सभी कर्मचारियों को बिना किसी सूचना के कार्य से निष्कासित कर दिया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है. इस संबंध में कर्मचारियों ने धनबाद उपायुक्त वरुण रंजन से मिलकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए कार्रवाई करने की मांग की और उन्हें फिर से नौकरी में बहाल करने का निवेदन किया है.
सभी कर्मचारियों ने कहा कि उन लोगों में से कोई सफाई कर्मी है, कोई इलेक्ट्रीशियन है तो कोई माली है और कोई रसोईया का काम करता है. जिसमें ज्यादा सफाई कर्मी है. आर्थिक पृष्ठभूमि कमजोर होने के कारण घर की स्थिति काफी खराब बनी हुई है. वहीं उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ झारखंड के मूल निवासी को राज्य सरकार रोजगार देने की बात करती है, तो हम मूल निवासी होने के बावजूद हमें आखिर क्यों काम से हटाया जा रहा है.
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