साहिबगंज: बोरियो स्थित गोंडा पहाड़ में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परिजन और प्रशासनिक पदाधिकारियों की मौजूदगी में ईसाई रीति-रिवाज से मंगलवार की दोपहर ताबूत में बंद रेबिका पहाड़िन का अंतिम संस्कार हुआ. एवेंजलिकल चर्च ऑफ इंडिया की ओर से संचालित बरहेट दलदली मिशन के तीन पादरी फास्टर रूबेन माल्तो, फास्टर बेंजामिन माल्तो और मर्कुस माल्तो ने ईसाई धर्म के अनुसार रेबिका के शव का अंतिम संस्कार कराया. अंतिम संस्कार में डीसी रामनिवास यादव, एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, भाजपा नेता हेमलाल मुर्मू, बोरियो बीडीओ, बोरियो थाना प्रभारी समेत कई पदाधिकारी और नेता शामिल हुए. सोमवार को रेबिका के खंडित शव का पोस्टमार्टम, फोरेंसिक जांच दुमका मेडिकल कॉलेज में हुई. पोस्टमार्टम के बाद सोमवार की देर रात खंडित शव को ताबूत में बंद बोरियो थाना लाया गया था.
मंगलवार की सुबह परिजनों को सौंपा गया ताबूत
मंगलवार की सुबह ताबूत को गोंडा पहाड़ स्थित उसके परिजनों को सौंप दिया गया. शव के घर पहुंचते ही ताबूत पर लिपट कर परिजन फफक-फफक कर रोने लगे. इसके बाद डीसी और एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने श्रद्धांजलि देकर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया और मृतका के परिजनों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया. डीसी ने कहा कि परिजनों को उचित मुआवजा दिलाया जायेगा. डालसा की तरफ से रिपोर्ट तैयार की जा रही है. रिपोर्ट तैयार होते ही पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा. वहीं, मृतका की पांच वर्षीय बेटी रिया पहाड़िन के लिए भी सभी प्रकार की व्यवस्था की जायेगी. परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया.
हत्या के कारणों को जुटाने के लिए अनुसंधान जारी है : एसपी
इधर, एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. डीएसपी स्तर के अधिकारी अनुसंधान कर रहे हैं. शेष बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. जल्द ही हत्याकांड के मुख्य आरोपी दिलदार के मामा मेइनुल अंसारी को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. प्रारंभिक जांच में रेबिका की हत्या पारिवारिक विवाद होने की बात सामने आयी है. हत्या किन-किन कारणों से हुई है, तथ्यों को जुटाने के लिए पुलिस की अनुसंधान जारी है. मौके पर बीडीओ टुडू दिलीप, पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार, थाना प्रभारी जगरनाथ पान, एएसआई करुण कुमार राय, मुखिया तेरेसिना मरांडी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद
दूसरी ओर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला इकाई ने बोरियो की दिल दहला देनेवाली घटना के विरोध में कैंडल मार्च निकाला. मंगलवार की शाम स्वामी विवेकानंद चौक तक जनाक्रोश मार्च निकाला गया. छात्रों ने रेबिका पहाड़िया को श्रद्धांजलि दी. कार्यकर्ता सुनिधि कुमारी ने कहा कि जनजातीय महिला रेबिका पहाड़िन को टुकड़ों में काटकर मार दिया गया. ऐसे जघन्य अपराध करनेवाले आरोपियों को सरकार जल्द फांसी दिलाये, ताकि जिहादियों द्वारा महिलाओं का शोषण बंद हो. ऐसी मानसिकता वाले लोगों समाज में जीने का कोई अधिकार नहीं है. मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्रवण कुमार रमण, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दीपक कुमार, जिला संयोजक पवन कुमार सिन्हा, जिला विशिष्ट आमंत्रित सदस्य कुमार दीपांशु, नगर मंत्री अजय कुमार पंडित, नगर अध्यक्ष चंद्रशेखर प्रमाणिक, नगर उपाध्यक्ष कृणाल कांत, कॉलेज अध्यक्ष खुशीलाल पंडित , रंजन झा, कुन्नवरजीत श्रीवास्तव, रमेश कुमार, चंदन कुमार, धर्मराज मंडल, निरंजन गंजू , विनोद मंडल, चंदन कुमार गुप्ता, पीयूष सिंह, समीर झा, आनंद राज, अंकित रंजन, प्रियांशु शेखर, बीरू कुमार, इंद्रोजीत साह, अविनाश कुमार साह, अंकुश कुमार, संजीव पासवान समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
भाजपा एसटी मोर्चा ने सीएम का फूंका पुतला
वहीं, भाजपा एसटी मोर्चा के जिला महामंत्री मरांग मरांडी के नेतृत्व में रेबिका पहाड़िन हत्याकांड के विरोध में हरिणचारा मोड़ में मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में राज्य भर में आदिवासी बहन-बेटियों की सरेआम हत्याएं हो रही है. अपराधी बेलगाम हो गये हैं. कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई गयी है. घटना को लेकर आदिवासी समुदाय में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. मौके पर भाजपा कार्यकर्ता सुनील मुर्मू, छोटेलाल सोरेन, मनीष ठाकुर, प्रकाश ठाकुर, ढेना हांसदा, महेंद्र हेंब्रम, पंकज ठाकुर, संदीप प्रमाणिक, दीपक प्रामाणिक आदि मौजूद थे.