रांची: रेबिका पहाड़िन हत्याकांड मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को मेडिकल जांच के बाद सोमवार की देर शाम न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. वहीं दिलदार अंसारी का मामा मोइनुल अंसारी फरार है. इधर, पुलिस अब तक मृतका के सिर को बरामद नहीं कर पायी है. वहीं हत्या का कारण भी पुलिस अब तक नहीं बता पा रही है. बरामद धारदार हथियार का प्रयोग हत्या में हुआ या नहीं, इसकी भी पुष्टि नहीं कर रही है.
इधर पुलिस ने रेबिका पहाड़िन के क्षत-विक्षत 18 अंगों को दुमका मेिडकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद फॉरेंिसक जांच के लिए रिम्स (रांची) लाया गया. इधर सदर एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने बताया कि पुलिस अनुसंधान कर रही है. मामले में कई और अप्राथमिकी अभियुक्त शामिल हो सकते हैं.
इनको जेल : दिलदार अंसारी, मेइनुल हक, मो महताब अंसारी, जरीना खातून (पति मेइनुल अंसारी), सरेजा खातून (पति दिलदार अंसारी), गुलेरा खातून (पति रहमान अंसारी), आमिर हुसैन (पिता मुस्तकिम अंसारी), मुस्तकिम अंसारी, मरियम निशा (पति मुस्तकिम अंसारी), सहरबानो खातून (पति मेइनुल हक मोमिन).
बोरियो में भाजपा ने निकाला विरोध मार्चरेबिका पहाड़िन हत्याकांड मामले में सभी आरोपी को फांसी देने की मांग पर सोमवार को भाजपा ने बोरियो डाकबंगला परिसर से प्रखंड परिसर तक जनआक्रोश रैली निकाली. रैली का नेतृत्व बोरियो मंडल अध्यक्ष शिवशंकर पंडित ने किया. रैली में भाजपा की पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी भी शामिल हुईं. डॉ मरांडी ने कहा कि सभी दोषियों को झारखंड सरकार स्पीडी ट्रायल के मध्यम से फांसी की सजा दिलाये. पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग प्रदान करे व दोषियों पर कार्रवाई होने तक प्रशासन पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करे.